अपडेटेड September 5th 2024, 15:18 IST
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर (Sultanpur) में गुरुवार (5 सितंबर) की सुबह एक लाख के ईनामी बदमाश को एसटीएफ ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। अभी इस मामले को एक दिन भी नहीं बीता था कि सूबे में विपक्षी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सियासत शुरू कर दी। अखिलेश यादव ने मारे गए बदमाश की जाति को लेकर यूपी की योगी सरकार पर जातिवाद का आरोप लगाते हुए डकैती में शामिल अन्य बदमाशों को लेकर योगी सरकार पर तंज कसा है और कहा कि डकैती में शामिल लोगों का सत्ता पक्ष से गहरा संबंध था तभी दिखावती एनकाउंटर में सिर्फ जाति को देखकर जान ली गई। तो वहीं इस पर बीजेपी और जेडीयू ने भी अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार किया है।
सुल्तानपुर एनकाउंटर में मारे गए आरोपी का नाम मंगेश यादव था। इस पर सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने आरोपी के यादव होने पर एनकाउंटर पर सवाल उठाये हैं। वहीं अखिलेश यादव के बयान पर जेडीयू नेता नीरज कुमार और बीजेपी नेता राकेश त्रिपाठी ने इस एनकाउंटर को लेकर पलटवार किया है। राकेश यादव ने अखिलेश यादव पर फिल्मी गाने की याद दिलाकर चुटकी ली है।
लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नक़ली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ़ दिखावटी गोली मारी गयी और ‘जात’ देखकर जान ली गयी।
जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर…— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 5, 2024
अखिलेश यादव ने सुल्तानपुर एनकाउंटर पर सवाल खड़े करते हुए योगी सरकार पर जातिवाद का आरोप लगाया और कहा, 'लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नक़ली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ़ दिखावटी गोली मारी गयी और ‘जात’ देखकर जान ली गयी।
जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया है तो लूट का सारा माल भी पूरा वापस होना चाहिए और सरकार को मुआवज़ा अलग से देना चाहिए क्योंकि ऐसी घटनाओं का जो मानसिक आघात होता है उससे उबरने में बहुत समय लगता है, जिससे व्यापार की हानि होती है, जिसकी क्षतिपूर्ति सरकार करे।
नक़ली एनकाउंटर रक्षक को भक्षक बना देते हैं। समाधान नक़ली एनकाउंटर नहीं, असली क़ानून-व्यवस्था है। भाजपा राज अपराधियों का अमृतकाल है। जब तक जनता का दबाव व आक्रोश चरम सीमा पर नहीं पहुँच जाता है, तब तक लूट में हिस्सेदारी का काम चलता रहता है और जब लगता है जनता घेर लेगी तो नक़ली एनकाउंटर का ऊपरी मरहम लगाने का दिखावा होता है। जनता सब समझती है कि कैसे कुछ लोगों को बचाया जाता है और कैसे लोगों को फँसाया जाता है।
घोर निंदनीय!'
सुल्तानपुर एनकाउंटर पर अखिलेश यादव के योगी सरकार पर हमले को लेकर बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने एक फिल्मी गाने की याद दिलाकर चुटकी ली है। राकेश त्रिपाठी ने कहा, 'चोट अपराधी को आये तो दर्द अखिलेश जी को होता है, भाई भाई में अक्सर ये होता है।' हर एनकाउंटर के बाद अखिलेश जी बेचैन हो जाते हैं। राकेश त्रिपाठी ने हमला जारी रखते हुए आगे कहा कि यूपी में योगी सरकार है जहां अपराधियों पर रहमदिली नहीं होती है। अपराधी के सजातीय होने पर अखिलेश जी को ज्यादा दर्द होता है।
वहीं बीजेपी के बाद सुल्तानपुर एनकाउंटर पर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने भी सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर पलटवार किया है। जेडीयू नेता ने कहा, "न्यायपालिका के न्यायिक निर्णय के बाद राजनीतिक बयान दिया जाना ठीक नहीं है। अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री रहते हुए जो आपराधिक घटनाएं प्रदेश में हुईं उस दौरान जो परिवार बेबस हुए, राजनीतिक नेता के रूप में क्या आपने उन पीड़ित लोगों के दरवाजों पर दस्तक दी? न्यायपालिका के फैसले पर राजनीतिक टिप्पणी पर परहेज करना चाहिए।"
इसके पहले सुल्तानपुर में एक सर्राफा व्यापारी की दुकान पर डकैती डालने वाले मंगेश यादव का गुरुवार की सुबह एसटीएफ ने एनकाउंटर कर दिया था जिसमें एक लाख के ईनामी मंगेश यादव की गोली लगने से मौत हो गई थी। इस एनकाउंटर के दौरान उसका एक साथी भाग निकला। आपको बता दें कि बीते 28 अगस्त को सुल्तानपुर शहर के ठठेरी बाजार में भरत जी सर्राफा के यहां दिनदहाड़े करोड़ों की लूट हुई थी। एनकाउंटर के बाद पुलिस ने घटनास्थल से एक 32 बोर की पिस्टल और कारतूस और 315 बोर का एक तमंचा और बाइक के अलावा लूट से संबंधित गहने बरामद किए गए।
पब्लिश्ड September 5th 2024, 15:18 IST