अपडेटेड 30 June 2024 at 22:28 IST

नारियल पानी से लेकर ठंडाई तक... गर्मी से रामलला को बचाने के लिए दी जाती हैं ये खास चीजें

Ram Lala Bhog: रामलला को गर्मी ना लगे इसलिए भोग में नारियल पानी दिया जाता है। इसके अलावा ठंडी तासीर वाली चीजें जैसे लस्सी, दही और ठंडाई ये सब भी दिया जाता है।

Follow : Google News Icon  
Ram Lala Bhog
गर्मी से रामलला को बचाने के लिए दी जाती हैं ये खास चीजें | Image: PTI/Pexels

Ram Lala Bhog: चिलचिलाती धूप और गर्मी ने लोग को परेशान किया हुआ है। इंसान ही नहीं भगवान भी इस गर्मी से त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रहे हैं। अयोध्या राम मंदिर में विरामान राम लला को भी गर्मी लग रही है। अयोध्या में मानसून की पहली बारिश होने से भले ही लोगों को गर्मी से राहत मिली हो, लेकिन राम लला को गर्मी से बचाने के लिए विशेष ध्यान रखा जाता है। इसके लिए अलग से खास तैयारी की जाती है।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि राम लला को गर्मी से बचाने के लिए बहुत कुछ करना पड़ता है। भोग से लेकर खाने और कपड़ों तक विशेष ख्याल रखा जाता है। रामलला को गर्मी ना लगे इसलिए भोग में नारियल पानी दिया जाता है। इसके अलावा ठंडी तासीर वाली चीजें जैसे लस्सी, दही और ठंडाई ये सब भी दिया जाता है। भगवान को गर्मी ना लगे इसके लिए कपड़ों में भी परिवर्तन किया जाता है। आचार्य सत्येंद्र दास के मुताबिक ये प्रक्रिया हर मौसम ऐसे ही की जाती है।

दुनिया भर में भीषण गर्मी

भारत की 61.9 करोड़ आबादी समेत दुनिया भर में करीब पांच अरब लोगों ने जून में नौ दिन तक जलवायु परिवर्तन के कारण भीषण गर्मी का अनुभव किया। अमेरिका में वैज्ञानिकों के एक स्वतंत्र समूह 'क्लाइमेट सेंट्रल' के नए विश्लेषण से यह जानकारी मिली। क्लाइमेट सेंट्रल की रिपोर्ट में कहा गया है कि जून में भीषण गर्मी से भारत में 61.9 करोड़, चीन में 57.9 करोड़, इंडोनेशिया में 23.1 करोड़, नाइजीरिया में 20.6 करोड़, ब्राजील में 17.6 करोड़, बांग्लादेश में 17.1 करोड़, अमेरिका में 16.5 करोड़, यूरोप में 15.2 करोड़, मैक्सिको में 12.3 करोड़, इथियोपिया में 12.1 करोड़ और मिस्र में 10.3 करोड़ लोग प्रभावित हुए।

रिपोर्ट के मुताबिक विश्व की 60 प्रतिशत से अधिक आबादी को 16-24 जून के दौरान अत्यधिक गर्मी का सामना करना पड़ा। जलवायु परिवर्तन के कारण भीषण गर्मी की कम से कम तीन गुना ज्यादा संभावना बढ़ गई। भारत ने गर्मी की सबसे लंबी अवधि तक इसका सामना किया। देश में भीषण गर्मी से बीमार होने के संभावित तौर पर 40,000 से अधिक मामले आए और गर्मी से संबंधित 100 से अधिक मौतें दर्ज की गईं। भीषण गर्मी ने जल आपूर्ति प्रणाली और बिजली व्यवस्था को प्रभावित किया। इस दौरान दिल्ली में भी जल संकट गहरा गया।

Advertisement

(इनपुट भाषा)

ये भी पढ़ें: इतना पैसा कि कमरा भर जाए, BCCI ने टीम इंडिया के लिए खोली तिजोरी; जय शाह ने किया ऐलान

Advertisement

Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 30 June 2024 at 22:28 IST