अपडेटेड 24 March 2025 at 19:25 IST

Sambhal: जामा मस्जिद के सदर की गिरफ्तारी पर भड़के सपा सांसद बर्क, कहा-जितना जुल्म करेंगे उतना हौसला बढ़ेगा, मैं हक की आवाज...

सपा सांसद ने कहा कि अगर जामा मस्जिद के सदर को अपना बयान आयोग के सामने दर्ज नहीं करने दिया गया तो आम आदमी का क्या होगा? इसकी कड़े शब्दों में हम निंदा करते हैं।

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SP MP Ziaur Rahman Burq furious over arrest of Jama Masjid sadar Zafar Ali
SP MP Ziaur Rahman Burq furious over arrest of Jama Masjid sadar Zafar Ali | Image: X- @barq_zia

Sambhal : सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क (Ziaur Rahman Burq) ने बीजेपी सरकार पर बदलने की भावना से कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए कहा पुलिस प्रशासन के अधिकारी कानून के साथ मजाक कर रहे हैं। इनको त्योहार के समय भाईचारा बनाना चाहिए था, लेकिन इस समय गिरफ्तारी का क्या मतलब है? उनकी गलती ये है कि उन्होंने सच्चाई को बयान कर दिया।

सपा सांसद ने कहा कि अगर जामा मस्जिद के सदर को अपना बयान आयोग के सामने दर्ज नहीं करने दिया गया तो आम आदमी का क्या होगा? इसकी कड़े शब्दों में हम निंदा करते हैं। जितना ये जुल्म करेंगे, उतना हमारा हौसला बढ़ेगा। मैंने लोगों की आवाज को बुलंद किया है, पुलिस प्रशासन चाहता है, मैं उनकी आवाज नहीं उठाऊं। मेरे खिलाफ उत्पीड़न किया जा रहा है।  जहां मेरी सुरक्षा बढ़नी चाहिए थी, इस समय सुरक्षा हटाने का क्या औचित्य है? ये लोग बदलने की भावना से काम कर रहे हैं, लेकिन इतिहास कभी बदलता नहीं है, समय जरूर बदलेगा, जब वक्त बदलेगा तब इंसाफ जरूर मिलेगा। मैं अपने लोगों के हक की आवाज दबने नहीं दूंगा, मुझ पर जुल्म करना है, करो।

संभल हिंसा में जामा मस्जिद के सदर गिरफ्तार

संभल में 24 नवंबर, 2024 को हुई हिंसा मामले में पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। शाही जामा मस्जिद के सदर जफर अली को पुलिस ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। जफर अली को साजिश रचने और अफवाह फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले रविवार को उन्हें बयान दर्ज करने के लिए पुलिस के विशेष जांच दल (SIT) ने जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा के मामले में उन्हें हिरासत में लिया था।

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संभल में कैसे हुई हिंसा?

संभल की स्थानीय अदालत में एक याचिका दाखिल की गई है। जिसमें हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि मुस्लिम पक्ष जिसे शाही जामा मस्जिद कहता है, वहां पहले हरिहर मंदिर था। 24 नवंबर, 2024 को अदालत के आदेश पर जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हिंसा शुरू हुई थी। हिंसा का आरोप एक धर्म विशेष के लोगों पर है। सर्वे करने गई टीम पर पथराव और उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर हमला करके सर्वे के काम को बाधित किया था। प्रदर्शनकारी विरोध करते हुए पुलिस से भिड़ गए थे। इस हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई थी। इस पूरी हिंसा की जांच SIT कर रही है।

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2750 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा

पुलिस ने इस मामले में 40 नामजद और 2750 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। संभल हिंसा के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार तलाश कर रही है। हिंसा के आरोपियों की पहचान के लिए पुलिस CCTV फुटेज और अन्य वीडियो की जांच कर रही है।

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Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 24 March 2025 at 19:22 IST