अपडेटेड 28 November 2024 at 20:25 IST

जुम्मे से पहले संभल में जमीयत की गोपनीय बैठक, मदनी मौजूद; मृतकों को 5-5 लाख देने का ऐलान

संभल हिंसा को लेकर Jamiat Ulema-e-Hind की अमरोहा में गोपनीय बैठक हुई है। बैठक में हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये देने की घोषणा की गई है।

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sambhal violence Secret meeting of Jamiat Ulema-e-Hind
जुम्मे से पहले संभल में जमीयत की गोपनीय बैठक | Image: Republic

Sambhal violence: संभल शहर के मोहल्ला कोट पूर्वी में स्थित जामा मस्जिद के पिछले रविवार को हो रहे सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान हुए पथराव में सार्वजनिक संपत्ति को भी नुकसान हुआ था। यह सर्वेक्षण एक याचिका पर कराया गया है जिसमें दावा किया गया था कि मस्जिद से पहले उक्त स्थान पर हरिहर मंदिर था।

अब संभल हिंसा को लेकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद (Jamiat Ulema-e-Hind) की अमरोहा में गोपनीय बैठक हुई है। इस बैठक में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी भी शामिल हुए। जमीयत की बैठक में हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये देने की घोषणा की गई है। मौलाना महमूद मदनी ने संभल के जिम्मेदारों से मुलाकात की और शोकग्रस्त परिजनों के घावों पर मरहम लगाने का प्रयास किया। जमीयत उलमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस दबाव डालकर गिरफ्तार लोगों से बयान बदलवा रही है। 

इन 4 लोगों की हुई मौत

संभल में मुगल कालीन जामा मस्जिद में अदालत के आदेश पर सर्वे का काम शुरू किया गया था। इसके विरोध में भड़की हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई थी जबकि एक उप जिलाधिकारी समेत कम से कम 25 लोग घायल हो गए थे। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, इस टकराव में नईम, बिलाल, नोमान और कैफ नाम के युवकों की मौत हो गई। पुलिस ने अब तक 31 लोगों को गिरफ्तार किया है।

नामजद आरोपियों में सपा सांसद जिया-उर-रहमान बर्क, स्थानीय विधायक इकबाल महमूद का बेटा सोहैल इकबाल और 2,750 अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं। दिल्ली में संभल से सपा सांसद जिया-उर-रहमान ने दावा किया कि घटना के समय वह मौके पर मौजूद नहीं थे। उन्होंने नागरिकों पर गोली चलाने के लिए पुलिस और प्रशासन की भर्त्सना की और यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संभल का दौरा करना चाहिए।

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जुम्मे की नमाज के लिए 10 जिलों की पुलिस

संभल में कल होने वाली जुम्मे की नमाज से पहले पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं, इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की जा रही है। सीसीटीवी और ड्रॉन की मदद से पूरे इलाके की निगरानी की जाएगी। पुलिस ने संभल में हाई अलर्ट जारी किया है। सुबह से ही संभल और चंदौसी में 15 कंपनी PAC, 2 कंपनी RAF, 10 जिलों की पुलिस और महिला पुलिस की टीमें को तैनात किया जाएगा।

संभल में धारा 163 लागू

सभी संवेदनशील इलाकों में ड्रोन कैमरों और CCTV कैमरों से  पुलिस नजर रखेगी। इसके साथ ही अलग से कई पुलिसकर्मियों को भी रिकॉर्डिंग वाले कैमरे के साथ तैनात किया जाएगा। जिस कैमरों को दंगाई भीड़ ने तोड़ दिया था प्रशासन ने उनकी जगह नए कैमरे लगाए हैं। ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके। संभल में धारा 163 लागू रहेगी यानी 4 से ज्यादा लोगों के एक जगह इकट्ठा होने पर पाबंदी रहेगी और इंटरनेट भी बंद रहेगा। जामा मस्जिद के बाहर नमाज नहीं होगी, केवल मस्जिद परिसर के अंदर ही नमाज होगी। जामा मस्जिद के आस पास के लोगों को ही मस्जिद में नमाज की इजाजत दी जाएगी। 

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 28 November 2024 at 19:55 IST