अपडेटेड 31 December 2025 at 17:58 IST
UP: अंधेरे कमरे में रखा कैद, ना खाना ना दवा...प्रॉपर्टी के लिए नौकर बना हैवान, मालिक की तिल-तिल मौत; निर्वस्त्र जमीन पर पड़ी थी कंकाल बन चुकी बेटी
यूपी के महोबा से झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। एक नौकर दंपती ने संपत्ति के लालच में रेलवे से रिटायर्ड सीनियर क्लर्क और उनकी दिव्यांग बेटी को 5 साल तक बंधक बनाकर रखा।
- भारत
- 3 min read

यूपी के महोबा से झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। एक नौकर दंपती ने संपत्ति के लालच में रेलवे से रिटायर्ड सीनियर क्लर्क और उनकी दिव्यांग बेटी को 5 साल तक बंधक बनाकर रखा। आरोप है कि कैद, भूख, प्रताड़ना और इलाज के अभाव में बुजुर्ग की मौत हो गई। जबकि बेटी की हालत इतनी खराब है कि वह हड्डियों का ढांचा बन चुकी है। शरीर पर मांस का नामोनिशान नहीं था। उसकी सिर्फ सांसें चल रही थीं। इस दर्दनाक मंजर को देखकर हर कोई स्तब्ध है।
जानकारी के मुताबिक रेलवे से सीनियर क्लर्क के पद से रिटायर्ड 70 वर्षीय ओमप्रकाश सिंह राठौर अपनी 27 वर्षीय मानसिक विक्षिप्त पुत्री रश्मि के साथ इसी मकान में रह रहे थे। परिजनों के मुताबिक वर्ष 2016 में पत्नी की मृत्यु के बाद ओमप्रकाश ने चरखारी निवासी रामप्रकाश कुशवाहा और उसकी पत्नी रामदेवी को देखभाल के लिए रखा था।
अंधेरे कमरे में निर्वस्त्र पड़ी थी बेटी
सोमवार को ओमप्रकाश की जब मौत हो गई तो नौकर रामप्रकाश ने ही सूचना दी। ओमप्रकाश के छेटे भाई अमर सिंह ने मौके पर जाकर देखा तो पुत्री अंधेरे कमरे में निर्वस्त्र पड़ी मिली। वहीं पास में ओमप्रकाश बेसुध पड़े थे। जिला अस्पताल लाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की है।
Advertisement
अमर सिंह राठौर ने बताया कि भाई रेलवे में एकाउंटेंट थे और 2016 में सेवानिवृत्त हो गए थे। हिंद टायर वाली गली में उनका मकान था और वह अपनी मानसिक मंदित पुत्री रश्मि के साथ रहते थे। पत्नी रेणुना का 2012 में निधन हो गया था। करीब तीन साल पहले चरखारी निवासी रामप्रकाश उसकी पत्नी रामदेवी को उन्होंने खाना बनाने और अपनी व पुत्री की देखरेख करने के लिए रख लिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि नौकर ने मकान में कब्जा कर लिया और वह दोनों को प्रताड़ित करने लगा। उन्हें श्वास की बीमारी थी और न ही उनका इलाज कराया। कई-कई दिनों तक खाना नहीं दिया जाता था, जो भी मिलने जाए उसे टरका दिया जाता था।
संपत्ति हड़पने के लिए रची साजिश
Advertisement
परिजनों का आरोप है कि मकान और बैंक बैलेंस हड़पने की नीयत से नौकर दंपति ने सुनियोजित तरीके से इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया। अमर सिंह की पत्नी पुष्पा सिंह ने कार्रवाई के लिए तहरीर दी। नौकर रामप्रकाश का कहना है कि आरोप गलत है वह बीमार रहते थे जिससे उनकी मौत हुई। सीओ सिटी अरुण कुमार सिंह का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद वास्तविकता स्पष्ट हो सकेगी। यदि मिलने नहीं दिया जाता था तो पुलिस ने शिकायत करनी चाहिए थी। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। हर पहलू की गहनता से जांच की जा रही है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 31 December 2025 at 17:58 IST