अपडेटेड 21 January 2024 at 09:08 IST

ड्रोन से नजर, NDRF की मुस्तैदी.... राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले अभेद किला बनी अयोध्या

Ayodhya News: 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह से केवल 48 घंटे पहले NDRF ने अयोध्या में मंदिर के पास एक कैंप स्थापित किया है।

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Ram temple pran pratishtha drone surveillance
राम मंदिर में ड्रोन से नजर, NDRF की मुस्तैदी | Image: ANI

Ayodhya News: अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। वहीं, प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या को अभेद किला बनाया जा रहा है। राम मंदिर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को कड़ी करने के साथ-साथ अयोध्या में NDRF ने कैंप भी स्थापित किया है, जो घाट के आसपास किसी अनहोनी से लोगों की रक्षा के लिए तैनात रहेगी।

स्टोरी की खास बातें

  • अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की सुरक्षा व्यवस्था सख्त
  • NDRF टीम ने राम मंदिर के पास स्थापित किया कैंप
  • ड्रोन से भी सुरक्षा व्यवस्था पर रहेगी कड़ी निगरानी

अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की सुरक्षा व्यवस्था सख्त

शनिवार, 20 जनवरी को एएनआई से बात करते हुए NDRF के पुलिस उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा ने शहर में बचाव कर्मियों की तैनाती के बारे में बताया। उन्होंने कहा- '22 जनवरी को 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह से पहले यहां NDRF की तीन टीमें तैनात की गई हैं। तैनाती स्थानीय प्रशासन और पुलिस के समन्वय से की गई है। हमारी एक टीम घाटों पर तैनात की गई है। हम सभी प्रकार की आकस्मिकताओं से निपटने के लिए तैयार हैं।'

वहीं, अयोध्या के आईजी प्रवीण कुमार ने कहा- 'हम संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर सुरक्षा को लेकर जरूरी तैयारियां कर रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा के लिए दर्शनार्थियों का आना शुरू हो चुका है। हम ड्रोन कैमरों और मानव खुफिया जानकारी के माध्यम से कड़ी निगरानी सुनिश्चित कर रहे हैं। सभी सुरक्षा खामियों की पहचान की जा रही है और उन्हें प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जा रहा है। हमें विश्वास है कि 22 जनवरी का मेगा इवेंट बिना किसी रुकावट के संपन्न हो जाएगा।'

डोनेशन के लिए फेक QR कोड भी तेजी से फैल रहा

पुलिस के अनुसार, 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह को लेकर हो-हल्ला और बढ़ती सार्वजनिक प्रत्याशा के बीच साइबर अपराधी मुफ्त प्रसाद (भोजन) के बदले में राम मंदिर के नाम पर 'दान' के लिए फर्जी क्यूआर कोड भेजकर लोगों को ठग रहे हैं। पुलिस के मुताबिक, जालसाजों ने राम मंदिर, अयोध्या के नाम पर एक फर्जी वेबसाइट भी बनाई है। पुलिस ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे किसी भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा भेजे गए किसी भी अनुरोध या व्हाट्सएप संदेश का बिना सत्यापन के जवाब न दें और न ही बिना सत्यापन के किसी को पैसे दान करें।'

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Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 20 January 2024 at 16:08 IST