Published 18:35 IST, August 29th 2024
बहराइच में ‘ऑपरेशन भेड़िया: DFO आकाश ने बताया कैसे ट्रेंकुलाइज कर किया जा रहा भेड़ियों का रेस्क्यू
बाराबंकी के डीएफओ आकाश दीप बधावन ने बताया कि, 'उन्हें इस ऑपरेशन का नेतृत्व करने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि हम 3 भेड़ियों पर नजर रख रहे हैं।'
Operation Bhediya in Bahraich: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भेड़ियों के हमले में 9 लोगों की जान चली गई, जिससे इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोग और अधिकारी मिलकर इन भेड़ियों को पकड़ने के लिए व्यापक तलाशी अभियान चला रहे हैं। बाराबंकी के डीएफओ आकाश दीप बधावन ने बताया कि, 'उन्हें इस ऑपरेशन का नेतृत्व करने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि हम 3 भेड़ियों पर नजर रख रहे थे, जिनकी निगरानी ड्रोन के जरिए की जा रही थी। आज उनमें से एक को ट्रैंकुलाइज कर रेस्क्यू कर लिया गया है।'
बाराबंकी के डीएफओ आकाश दीप बधावन ने कहा कि, 'अभी भी दो और भेड़िये हमारे सर्विलांस में हैं और जल्द ही उन्हें भी पकड़ने की उम्मीद है। बधावन ने बताया कि हमने स्थानीय स्थिति के हिसाब से अपनी रणनीति को संशोधित किया है और सारा स्टाफ पूरी मेहनत से काम कर रहा है।'
दो भेड़ियों की तलाश जारी
इस महीने की शुरुआत में भी तीन भेड़ियों को रेस्क्यू किया गया था, जिनमें से अब तक एक को पकड़ा गया है, जबकि बाकी 2 की तलाश जारी है। अधिकारियों का मानना है कि जल्द ही बाकी भेड़ियों को भी पकड़ लिया जाएगा, जिससे इलाके में सुरक्षा बहाल हो सकेगी।
वहीं, बुधवार को 3 भेड़िए पकड़े गए जबकि गुरुवार को एक भेड़िया पकड़ा गया है। इस बीच खबर है कि बुधवार को पकड़े गए तीन भेड़ियों में से एक की मौत हार्टअटैक से हो गई है। तीनों को बुधवार को ही मेडिकल चेकअप के बाद लखनऊ के चिडि़याघर भेजा गया था।
कैसे आया भेड़िए को हार्टअटैक
भेड़िए को इंसानी खून की लत लग गई थी। पकड़े जाने के बाद उसका मेडिकल चेकअप किया गया जिसमें रेबिज की भी पुष्टि हुई। बताया जा रहा है कि खून की लत पूरी ना होने से बताया भेड़िए का रक्तचाप बढ़ गया और उसे हार्टअटैक आ गया।
वहीं वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट्स के मुताबिक भेड़िया जब अकेला होता है तो उसे इंसानों की भीड़ से डर लगता है। जिस भेड़िए की मौत हुई है वो पकड़े जाने के दौरान घायल भी हो गया था। हार्टअटैक की एक वजह यह भी हो सकती है।
'मिशन भेड़िया' में लगी वन विभाग की 25 टीम
भेड़ियों को पकड़ने के लिए 5 वन प्रभागों बहराइच, कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ, श्रावस्ती, गोंडा और बाराबंकी की लगभग 25 टीमें लगी हुई हैं। अब इन आदमखोरों ने अपना दायरा जिले के अन्य क्षेत्रों तक बढ़ा लिया है। जहां बहराइच के डीएफओ इन भेड़ियों की संख्या कुल 6 बता रहे हैं तो प्रभावित इलाकों के ग्रामीण इनकी संख्या दो दर्जन बता रहे हैं। अबतक 4 भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है। 2 की तलाश जारी है।
बहराइच में कैसे पहुंचे भेड़िए
यूपी का बहराइच जिला देवीपाटन मंडल के उत्तर पूर्वी भाग में स्थित है। जिले का उत्तरी भाग तराई क्षेत्र है, जो घने जंगलों से घिरा हुआ है। चकिया, सुजौली, निशानगारा, मिहींपुरवा, बिछिया और बघौली जिले के मुख्य वन क्षेत्र हैं। यहां का कतर्नियाघाट भी बहुत प्रसिद्ध है। कतर्नियाघाट के जंगल में हाथी, बाघ और तेंदुआ देखने को मिल जाते हैं। वहीं बहराइच भारत-नेपाल सीमा के पास है और दुधवा टाइगर रिजर्व का भी बफर जोन है। बताया जा रहा है कि बरसात में भेड़ियों की मांद में पानी भर जाता है तो वो सुरक्षित जगह की तलाश के गांवों में पहुंच जाते हैं।
Updated 18:35 IST, August 29th 2024