अपडेटेड 18 June 2025 at 16:32 IST
Murliwale Hausla: 3 जून दिन मंगलवार के दिन मुरलीवाले हौसला को एक कोबरा ने डस लिया था। इस कोबरा ने मुरलीवाले हौसला की अंगुलियों पर इतना तेज प्रहार किया था कि उसके दांत टूटकर उनकी अंगुलियों में धंस गए थे। समय से अस्पताल पहुंचने की वजह से मुरलीवाले हौसला को एक नया जीवन मिल गया। हालांकि इतने बड़े खतरे से अभी मुरलीवाले हौसला ठीक से उबर भी नहीं पाए थे कि अस्पताल के वॉशरूम में एक और सांप फंसे होने की खबर आई, जिसके बाद मुरलीवाले हौसला से रहा नहीं गया और वो उस सांप के रेस्क्यू के लिए हाथों में पट्टी बांधे हुए ही वॉशरूम में चले गए। इस बार भी मुरलीवाले हौसला ने हर बार की तरह से बहुत ही आसानी से इस सांप को पकड़ लिया। पहले तो ये साधारण सा सांप दिखाई दिया लेकिन जब इसको करीब से देखा गया तो पता चला कि ये 'करैत' है। आपको बता दें कि 'करैत' देश में पाए जाने वाले सांपों में सबसे ज्यादा विषैला सांप होता है।
देश में सबसे ज्यादा मौतें करैत के काटने से ही होती हैं। अभी 'कोबरा' के विषैले दंश के प्रहार से मुरलीवाले हौसला ठीक से उबर भी नहीं पाए थे कि 'करैत' जैसे खतरनाक विष वाले सांप को मुरलीवाले ने चुटकियों में ऐसे पकड़ा जैसे वो कोई खिलवाड़ करते हुए दिखाई दे रहे हों। मुलरीवाले हौसला के लिए विषैले से विषैले सांप को पकड़ना एक खेल की तरह से होता है जैसा कि हम उनकी वीडियोज में देखते हुए आए हैं। इस बार भी उन्होंने इस 'करैत' को जरा भी मौका नहीं दिया। हालांकि इस रेस्क्यू ऑपरेशन में मुरलीवाले हौसला ने पिछली बार वाली गलती एक बार फिर से दोहराई है। जैसा कि पिछले सांप के रेस्क्यू ऑपरेशन जलालपुर में उनके साथ हुआ था उनकी जरा सी लापरवाही उन्हें मौत के मुंहाने तक घसीट ले गई थी। यहां पर भी उन्होंने बिना ग्लव्ज और स्टिक के ही इस सांप को सीधे अपने हाथों से पकड़ लिया था।
'कोबरा' और 'करैत' भारत में पाई जाने वाली सांपों की चर्चित प्रजातियां हैं। दोनों ही खतरनाक और जहरीले होते हैं। अगर दोनों की बीच कौन ज्यादा जहरीला है इस पर बात की जाए तो एक्सपर्ट्स के मुताबिक 'करैत' 'कोबरा' से कहीं ज्यादा खतरनाक होता है। दरअसल 'करैत' अपने दुश्मन के शरीर में काटते समय बहुत हल्की मात्रा में ही विष इंजेक्ट करता है और तब भी शिकार बच नहीं पाता है। वहीं इसके विपरीत 'कोबरा' कोबरा अपने शिकार में ज्यादा विष इंजेक्ट करता है इस वजह से शिकार के बचने का चांस ही नहीं बचता है। दोनों ही अपने आप में खतरनाक है। लेकिन ज्यादा विषैला कौन है तो इसके बारे में एक्सपर्ट्स बताते हैं कि 'करैत' 'कोबरा' से लगभग 15 गुना ज्यादा जहरीला होता है। सांप काटने से होने वाली मौतों में देश में सबसे ज्यादा मौतें 'करैत' के काटने की वजह से ही होती है।
3 जून को जौनपुर के जलालपुर में एक 'कोबरा' के रेस्क्यू के दौरान सांपों के मसीहा कहे जाने वाले मुरलीवाले हौसला 'कोबरा' के दंश का शिकार बन गए थे। हालांकि तुरंत इलाज मिलने की वजह से उनकी जान बच गई। उस दिन मुरलीवाले हौसला से लापरवाही ये हुई थी कि एक तो उन्होंने सांप पकड़ने वाले इक्विपमेंट्स जैसे ग्लव्स का इस्तेमाल नहीं किया था। क्योंकि ये सामान उनकी गाड़ी में होता है और वो गाड़ी सर्विसिंग के लिए गई हुई थी। एक इंटरव्यू के दौरान मुरलीवाले हौसला ने ये भी बताया था कि जब वो 'कोबरा' को जाल से छुड़ाने के लिए कैंची से जाल काटने जा रहे थे तो उनका थोड़ा सा ध्यान भटक गया था, जिसके बाद पहले से घात लगाए बैठे गेहुंवन मुरलीवाले हौसला पर जोरदार हमला बोल दिया था। इस हमले से सांपों का मसीहा कहे जाने वाले मुरलीवाले हौसला खुद को बचा नहीं सके और सर्पदंश का शिकार होने के बाद तुरंत इलाज के लिए जौनपुर पहुंचे।
पब्लिश्ड 18 June 2025 at 16:32 IST