अपडेटेड 16 September 2024 at 18:09 IST
Mukhtar Ansari Death: माफिया मुख्तार अंसारी की बांदा जेल (Banda Jail) में हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। मुख्तार अंसारी के परिवारवालों ने जेल में जहर देकर मारने का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि मुख्तार अंसारी की मौत हार्ट अटैक (Heart Attack) से नहीं, बल्कि जहर (Poison)देने से हुई है। यूपी सरकार ने मामले की मजिस्ट्रेट जांच (magistrate investigation) करवाई थी जिसकी रिपोर्ट आ गई है। जांच में पाया गया है कि माफिया की मौत जहर से नहीं हुई थी।
रिपोर्ट में मौत मायोकॉर्डियल इन्फॉर्क्शन (हार्ट अटैक) की वजह से होना पाया गया है। मजिस्ट्रेटी जांच में इसकी तस्दीक हुई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एडीएम ने यह रिपोर्ट शासन को भेज दी है। बता दें कि 28 मार्च को बांदा कारागार के तन्हाई बैरक में बंद मुख्तार अंसारी बेहोश होकर गिर पड़ा था और दोबारा नहीं उठा। आनन फानन में मुख्तार अंसारी को स्थानीय रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां देर शाम डाक्टरों ने मृत्यु की पुष्टि कर दी थी।
5 महीने जांच, 100 से ज्यादा लोगों के बयान, फिर बनी रिपोर्ट
जांच में सामने आया कि मुख्तार को पहले उल्टी हुई थी। बैरक से लिए गए उल्टी के नमूने के साथ वहां वहां मौजूद गुड़, चना और नमक के नमूने की भी जांच हुई। विष विज्ञान प्रयोगशाला में हुई जांच में जहर की पुष्टि नहीं हुई थी। जांच के दौरान बैरक के सुरक्षाकर्मियों, पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टर, जेल अफसरों सहित 100 लोगों से बयान लिए गए थे।
मजिस्ट्रेटी जांच एडीएम वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार ने की। सूत्रों के मुताबिक पिछले सप्ताह उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट शासन को भेजी। इसका निष्कर्ष है कि मुख्तार जहर नहीं हार्ट अटैक से मरा।
मुख्तार अंसारी के बेटे ने लगाया था आरोप
मुख्तार अंसारी के पोस्टमार्टम से पहले पंचनामा में उसके बेटे उमर अंसारी ने लिखा था कि पिता की मौत स्वाभाविक नहीं है। उसके नाक-कान से खून निकल रहा है। मुख्तार के भाई और सपा सांसद अफजाल अंसारी ने भी जहर देकर हत्या करने का आरोप लगाया था।
पब्लिश्ड 16 September 2024 at 09:43 IST