अपडेटेड May 6th 2025, 13:56 IST
Mock Drill in Uttar Pradesh: गृह मंत्रालय के निर्देश पर देशभर के सभी राज्यों में मॉक ड्रिल की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। 7 मई को उत्तर प्रदेश में भी जंग वाले सायरन बजेंगे। मॉक ड्रिल को लेकर यूपी में तैयारियां तेज कर दी गई थीं। डीजीपी प्रशांत कुमार ने इस आयोजन को लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
पहलगाम अटैक के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते गृह मंत्रालय ने 7 मई को देशभर में मॉक ड्रिल कराने के निर्देश दिए हैं। इसके जरिए आम जनता को आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार किया जाएगा। वैसे तो देशभर के 244 जिलों में मॉक ड्रिल होनी है। इनमें से यूपी के 19 जिलों भी शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने मॉक ड्रिल को लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिए। उन्होंने बताया, "नागरिक सुरक्षा की मॉक ड्रिल के संबंध में भारत सरकार से निर्देश मिले हैं। वहां से 19 जिलों की पहचान की गई है। एक ए श्रेणी में है, दो सी श्रेणी में हैं और बाकी सभी बी श्रेणी में हैं। हालांकि जगह की संवेदनशीलता को देखते हुए सरकार द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि यह मॉक ड्रिल हमारे सभी वर्टिकल- चाहे वह पुलिस, अग्निशमन, नागरिक प्रशासन या आपदा विभाग हो, उनके सहयोग से सभी जिलों में आयोजित की जाए, जिससे हम किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपट सकें।"
इस बीच 7 मई को होने वाली मॉक ड्रिल से पहले सिविल डिफेंस, पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने लखनऊ की पुलिस लाइन में रिहर्सल की, जिसका वीडियो भी सामने आया है। यहां सायरन बजते ही लोग लेट गए। वहीं, गोली लगने या हमलों के बीच क्या किया जाए, इसकी भी ट्रेनिंग दी गई। इस दौरान एयर रेड सायरन परीक्षण किया गया।
उत्तर प्रदेश के जिन 19 जिलों में मॉक ड्रिल होगी, उनमें मुरादाबाद, बुलंदशहर, गाजियाबाद, गोरखपुर, सहारनपुर, वाराणसी, चंदौली, आगरा, बरेली, कानपुर, लखनऊ, मथुरा, मेरठ, झांसी और प्रयागराज समेत अन्य जिले शामिल हैं।
बीते दिन गृह मंत्रालय ने जारी निर्देश में कहा कि 7 मई को प्रभावी तरीके से नागरिक सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाए। ऐसा इसलिए किया जा रहा है जिससे किसी भी आपात स्थिति में नागरिक अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।
- हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाना
- हमले की स्थिति में खुद को बचाने के लिए नागरिक सुरक्षा पहलुओं पर नागरिकों, छात्रों को ट्रेनिंग देना।
- दुश्मन के हमला करने पर ब्लैक आउट करना
- महत्वपूर्ण संयंत्रों/प्रतिष्ठानों को समय से पहले छिपाने के उपाय
- हमला होने की स्थिति में जल्द से जल्द जगह खाली करने का अभ्यास किया जाएगा।
पब्लिश्ड May 6th 2025, 13:56 IST