अपडेटेड 28 November 2025 at 17:26 IST

बिकरू कांड की आरोपी मनु पांडे ने कोर्ट में किया सरेंडर, ढाई साल से फरार चल रही थी; विकास दुबे से है कनेक्शन

कानपुर देहात के बहुचर्चित बिकरू कांड में लंबे समय से फरार चल रही आरोपी मनु पांडे ने आज माती कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। 2020 में हुए बिकरू कांड में कुख्यात बदमाश विकास दुबे ने सीओ सहित 8 पुलिस कर्मियों को गोलियों से भूनकर हत्या करदी थी।

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Manu Pandey an accused in the kanpur Bikru case surrendered in court
बिकरू कांड की आरोपी मनु पांडे ने कोर्ट में किया सरेंडर | Image: Republic

Kanpur 2020 Bikru Kand : उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले 2020 के खौफनाक बिकरू कांड में आरोपी मनु पांडे ने माती कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। इस कांड में कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के गिरोह ने 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। मनु पांडे का सरेंडर न केवल पुलिस के लिए राहत की सांस है, बल्कि पूरे मामले में छिपे राजों को उजागर करने का एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

मनु पांडे पहले इस केस में सरकारी गवाह बनी थी, लेकिन घटना से जुड़े ऑडियो के सामने आने के बाद आरोपी घोषित हो गई। पुलिस को करीब ढाई साल से इसकी तलाश थी। मनु कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश पांडे की पुत्रवधू है। सितंबर 2023 में उसके घर पर कुर्की की कार्रवाई भी हो चुकी थी। पुलिस अब पूछताछ के जरिए मामले की गहराई खंगालने की तैयारी में है।

बिकरू कांड में शहीद हुए 8 पुलिसकर्मी

(PC-ANI)

मनु पांडे बिकरू कांड के समय घटना स्थल पर मौजूद थीं। मामले की जांच को मजबूत करने के लिए शुरुआत में पुलिस ने उसे सरकारी गवाह के रूप में पेश किया था। जुलाई 2020 में एक वायरल ऑडियो टेप में मनु को कथित तौर पर घटना के दौरान अन्य आरोपियों से बातचीत करते हुए सुना गया, जिसमें साजिश के सुराग मिले। इसके बाद पुलिस ने उसे भी आरोपी घोषित कर दिया और गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया।

ढाई साल से थी फरार 

सरेंडर के समय मनु ने कोर्ट में कहा कि वह लंबे समय से डर के साए में जी रही थीं और अब न्याय की प्रक्रिया में शामिल होना चाहती हैं। सरेंडर से पहले मनु पांडे लगभग ढाई साल से फरार थी। पुलिस ने उनकी तलाश के लिए कई छापेमारी अभियान चलाए, लेकिन हर बार नाकाम साबित हुई। सितंबर 2023 में एक बड़ा कदम उठाते हुए कानपुर पुलिस ने मनु के आवास पर कुर्की की कार्रवाई की, जिसमें एसडीएम की मौजूदगी में संपत्ति जब्त कर ली गई। यह कार्रवाई गैर-जमानती वारंट के तहत की गई थी।

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कानपुर का बिकरू कांड

बिकरू कांड, 2 जुलाई 2020 को चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में हुआ था। दबिश देने गई पुलिस टीम पर विकास दुबे गैंग और उसके साथियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर करदी थी। अचानक हुई फायरिंग में सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। बिकरू कांड के 44 आरोपियों में 30 आरोपी पर गैंगस्टर का मामला दर्ज हुआ था। इसके बाद विकास दुबे को मुठभेड़ में मार गिराया गया। मनु पांडे का नाम चार्जशीट में शुरुआत में नहीं आया था, लेकिन ऑडियो सबूतों ने उन्हें आरोपी बना दिया। 

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 28 November 2025 at 17:05 IST