अपडेटेड 3 February 2025 at 22:27 IST

महाकुंभ में बसंत पंचमी पर ढाई करोड़ लोगों ने किया अमृत स्नान, 35 करोड़ के पार पहुंचा कुल श्रद्धालुओं का आकंड़ा

संगम घाट पर नागा साधु-संतों और आम श्रद्धालुओं के स्नान के दौरान हेलीकाप्टर से पुष्पवर्षा की गई। हर किसी ने अमृत स्नान का अलौकिक आनंद लिया।

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2.5 crore people took bath in Amrit on Basant Panchami
बसंत पंचमी पर ढाई करोड़ लोगों ने अमृत स्नान किया | Image: X/MahaKumbh_2025

महाकुंभ नगर, तीन फरवरी (भाषा) महाकुंभ के तीसरे अमृत स्नान बसंत पंचमी पर सोमवार तड़के से देश-दुनिया से लाखों की संख्या में लोग गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में डुबकी लगाने आते रहे और शाम आठ बजे तक ढाई करोड़ से अधिक लोगों ने स्नान किया। मेला प्राधिकरण जारी आंकड़ों के मुताबिक, तीन फरवरी को शाम आठ बजे तक 2.57 करोड़ लोगों ने संगम में डुबकी लगाई। इसमें 10 लाख कल्पवासी भी शामिल हैं और 13 फरवरी से अभी तक महाकुंभ में 35 करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं।

मेला प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि संगम घाट पर नागा साधु-संतों और आम श्रद्धालुओं के स्नान के दौरान हेलीकाप्टर से पुष्पवर्षा की गई। हर किसी ने अमृत स्नान का अलौकिक आनंद लिया और चारों ओर हर-हर गंगे का घोष सुनाई देती रही। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं को बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए रविवार को ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘महाकुंभ में मां गंगा, यमुना और सरस्वती की दिव्य धाराओं में पवित्र अमृत स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करने वाले सभी श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई हो।’’

सीएम योगी रख रहे थे नजर

सूचना निदेशक शिशिर ने बताया कि योगी आदित्यनाथ लखनऊ में अपने आधिकारिक आवास पर प्रमुख सचिव (गृह) और डीजीपी के साथ बैठकर तड़के साढे तीन बजे से ही महाकुंभ में स्नान पर नजर रखे हुए थे। उन्होंने कहा कि अखाड़ों का अमृत स्नान निर्विघ्न रूप से संपन्न हुआ और सभी 13 अखाड़ों के साधु-संतों ने दोपहर तक अमृत स्नान पूरा कर लिया।

दशाश्वमेध घाट पर स्नान 

इस ऐतिहासिक मौके पर संगम का तट भारतीय और विदेशी श्रद्धालुओं से भरा रहा। मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के दौरान हुई भगदड़ की घटना में कम से कम 30 लोगों की मृत्यु हो गई थी, जबकि 60 लोग घायल हो गए थे। संगम तट पर भीड़ से बचने के लिए बहुत से लोगों ने दारागंज में दशाश्वमेध घाट पर स्नान किया। रायपुर से आई राम प्यारी ने ‘पीटीआई- भाषा’ से कहा, “इस भारी भीड़ में गंगा स्नान करना महत्वपूर्ण है। इसलिए हमने संगम जाने के बजाय यहां स्नान करना ठीक समझा।”

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10 लाख कल्पवासियों ने लगाई डुबकी 

बसंत पंचमी पर मां सरस्वती का ध्यान कर 10 लाख कल्पवासियों ने भी संगम में डुबकी लगाई। महाकुंभ में 10 लाख से अधिक कल्पवासी महाकुंभ क्षेत्र में कल्पवास कर रहे हैं और आगामी माघी पूर्णिमा के स्नान के साथ उनका एक माह का कल्पवास पूरा होगा और वे अपने गंतव्य को रवाना होंगे।

महाकुंभ के अंतिम अमृत स्नान पर्व बसंत पंचमी पर मेला प्रशासन और पुलिस को “शून्य त्रुटि” के साथ सकुशल स्नान संपन्न कराने के मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है और एडीजी भानु भास्कर स्वयं मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण व्यवस्था को देख रहे हैं। डीआईजी पुलिस (महाकुंभ) वैभव कृष्ण ने ‘पीटीआई-वीडियो’ को बताया कि 29 जनवरी की घटना के मद्देनजर अधिक भीड़ वाले स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती की गई है तथा आज सबकुछ सुचारू ढंग से चल रहा है।

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सरकार ने बसंत पंचमी पर ‘ऑपरेशन इलेवन’ भीड़ प्रबंधन की योजना लागू की। सरकार ने एक बयान जारी कर कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से सोमवार को एकल मार्ग की व्यवस्था लागू रही। वहीं, त्रिवेणी के घाटों पर अत्यधिक दबाव रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहे। 

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(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 3 February 2025 at 22:27 IST