अपडेटेड 25 January 2025 at 16:35 IST
Mahakumbh 2025: सनातन धर्म एक विराट वट वृक्ष, इसकी तुलना किसी झाड़ और झंखाड़ से नहीं- सीएम योगी
सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि दुनिया के अंदर अन्य संप्रदाय और उपासना विधि हो सकती है, लेकिन धर्म तो एक ही है और वह है सनातन धर्म।
- भारत
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Mahakumbh 2025 : प्रयागराज दौरे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने अखिल भारतवर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ-योगी महासभा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि दुनिया के अंदर अन्य संप्रदाय और उपासना विधि हो सकती है, लेकिन धर्म तो एक ही है और वह है सनातन धर्म। महाकुंभ के पावन आयोजन पर पूरी दुनिया से आए लोगों को एक ही संदेश देना है और वो है महाकुंभ का संदेश, एकता से ही अखंड रहेगा देश।
सीएम योगी ने कहा कि भारत सुरक्षित है तो हर पंथ, संप्रदाय सुरक्षित है और अगर भारत के ऊपर कोई संकट आएगा तो कोई भी पंथ और संप्रदाय सुरक्षित महसूस ना करें, वह संकट सभी के ऊपर आएगा। यह ताकत है सनातन धर्म की और यही ताकत है हमारे पूज्य संतों की यहां कोई जाति, कोई पंथ व संप्रदाय और नाम नहीं पूछता है।
दुनिया में एक ही धर्म वह है सनातन- सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक अंधकार का युग था उसे उभर कर हम लोग आगे बढ़ रहे हैं लेकिन जितना सकारात्मक माहौल है उतनी ही चुनौतियां भी होती हैं। याद रखना सनातन धर्म एक विराट वृक्ष है, इसकी तुलना किसी झाड़ और झंकार से नहीं की जा सकती है। छोटेपन से नहीं की जा सकती है। दुनिया के अंदर अन्य संप्रदाय हो सकते हैं, पंथ हो सकते हैं, उपासना विधि हो सकती है, धर्म तो एक ही है वह है सनातन धर्म, यही मानव धर्म है।
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सनातन धर्म के मूल्यों ने लोगों को जोड़ने का काम किया- सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि दक्षिण पूर्व एशिया के जिन देशों में भी आप जाएंगे जहां तक भी सनातन धर्म पहुंचा है, भारत की सनातन संस्कृति पहुंची है, वहां पर उन्होंने अपने कार्य से, व्यवहार से, वहां पर भारत के मूल्य और आदर्श से वहां के समुदाय को अपनी ओर आकर्षित किया है। सनातन धर्म के मूल्यों के साथ उन्हें जोड़ने का काम किया है। आज भी दुनिया के अंदर तमाम ऐसे देश हैं जो गैर हिंदू होने के बावजूद भी उन्होंने राम की, कृष्ण की या बुद्ध की परंपरा को स्वीकार किया है और बड़े गौरव के साथ उसे परंपरा के साथ जुड़ने में अपने आप को गौरवांवित में महसूस करते हैं। आप इंडोनेशिया में चले जाइए उपासना विधि इस्लाम है लेकिन अगर कोई हिंदू इंडोनेशिया वासी से पूछेगा कि आपके पूर्वज कौन है तो वह गर्व से कहते हैं कि हमारे पूर्वज राम है। आप लाओस में चले जाइए आप वहां पर जाकर के पूछिए आपके पूर्वज कौन है तो वह कहेंगे कि हमारे पूर्वज तो बुद्ध थे, वह बुद्ध के साथ अपना संपर्क को संवाद बनाकर रखते हैं। आप दुनिया के अंदर किसी भी देश में जाइए किसी न किसी रूप में भारत के साथ भी जुड़ते हुए दिखाई देंगे।
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Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 25 January 2025 at 16:34 IST