अपडेटेड 27 December 2025 at 16:13 IST
कुत्ते से इतना प्यार... दो सगी बहनों ने फिनाइल पीकर की आत्महत्या, जानिए क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के लखनऊ से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां दो बहनों ने डोडा खेड़ा-जलालपुर इलाके में अपने घर पर फिनाइल पीकर जान दे दी।
- भारत
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखनऊ से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां दो बहनों ने डोडा खेड़ा-जलालपुर इलाके में अपने घर पर फिनाइल पीकर जान दे दी।
दोनों बहनें - राधा सिंह (26) और जिया सिंह (22) - कथित तौर पर डिप्रेशन से जूझ रही थीं और अपने पालतू कुत्ते की बीमारी से परेशान होकर उन्होंने यह कदम उठाया।
पुलिस को बुधवार दोपहर करीब 2.30 बजे एक स्थानीय प्राइवेट अस्पताल से घटना की जानकारी मिली, जिसने बताया कि दो बहनों को कथित तौर पर फिनाइल पीने के बाद भर्ती कराया गया है।
दोनों बहनें डिप्रेशन से जूझ रही थीं
राधा सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि जिया सिंह को बाद में सेंट्रल लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी रेफर किया गया, जहां उनकी भी मौत हो गई।
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शुरुआती जांच में पता चला कि दोनों बहनें डिप्रेशन से जूझ रही थीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक बहन को टीबी थी, जिससे उसकी मानसिक हालत और खराब हो गई थी, जबकि दूसरी 2014 से डिप्रेशन से जूझ रही थी।
इसके अलावा, पीड़ित लड़कियों के माता-पिता, गुलाब देवी और कैलाश सिंह भी कथित तौर पर बीमार थे। पुलिस ने इस मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जिस कुत्ते को बहनों ने पाला था, वह लगभग एक महीने से बीमार था, जिससे दोनों महिलाएं "लगातार परेशान और गुमसुम" रहने लगी थीं।
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न तो मोबाइल फोन इस्तेमाल करती थीं और न ही सोशल मीडिया
पुलिस ने कहा कि कुत्ता बीमार होने के बाद से बहनें ज्यादा उदास रहने लगी थीं क्योंकि वे उससे बहुत ज्यादा जुड़ी हुई थीं, हालांकि यह अभी साफ नहीं है कि उसके इलाज से जुड़ी समस्याओं की वजह से ही यह घटना हुई।
आगे की जांच में यह भी पता चला कि दोनों बहनें न तो मोबाइल फोन इस्तेमाल करती थीं और न ही सोशल मीडिया और ज्यादातर घर के अंदर ही रहती थीं। उनमें से एक को अक्सर गुस्सा आता था और वह कभी-कभी घर का सामान तोड़ देती थी।
साथ ही, घटना से जुड़ा कोई वीडियो या ऑडियो फुटेज बरामद नहीं हुआ है और उनकी मां ने ही पड़ोसियों को घटना के बारे में बताया। इस बीच, दोनों महिलाओं के विसरा सैंपल सुरक्षित रख लिए गए हैं और मौत के कारण की पुष्टि करने और किसी भी जहरीले पदार्थ का पता लगाने के लिए फोरेंसिक लैब में भेज दिए गए हैं।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 27 December 2025 at 16:13 IST