अपडेटेड 4 June 2025 at 15:18 IST
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और औद्योगिक नगरी कानपुर के बीच आने वाले दिनों में सफर और आसान होने वाला है। दोनों शहरों की दूरी को महज 40 मिनट में पूरा कर लिया जाएगा। यह परियोजना जल्द ही धरातल पर होगी, क्योंकि नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर तेजी से काम कर रहा है।
लखनऊ और कानपुर दोनों शहरों को जोड़ने वाली रैपिड रेल सेवा को हरी झंडी मिल गई है। NCRTC इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम कर रहा है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने परियोजना के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) जारी कर दी है। NCRTC की एक टीम ने हाल ही में लखनऊ का दौरा कर जरूरी तकनीकी और शहरी योजनाओं का जायजा लिया था।
एलडीए की ओर से यह साफ कर दिया गया है कि रैपिड रेल का प्रस्ताव राजधानी की महायोजना को प्रभावित नहीं करेगा, बशर्ते डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार करते समय शहरी योजना के सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जाए। बता दें कि प्रस्तावित रैपिड रेल सेवा का रूट लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट से शुरू होकर कानपुर तक जाएगा।
रैपिड रेल कई तरह की अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। इसमें ऑटोमेटिक डोर, हाई-स्पीड ट्रैकिंग, स्मार्ट टिकटिंग सिस्टम और एडवांस स्पीड ब्रेकिंग टेक्नोलॉजी जैसी कई सुविधाएं मौजूद होगी। इन सुविधाओं का मकसद यात्रियों को तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा प्रदान करना है।
इस परियोजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस पर मौसम का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। चाहे घना कोहरा हो या बारिश, ट्रेन संचालन को प्रभावित नहीं करेगी। अत्याधुनिक तकनीक से लैस यह रैपिड रेल हर मौसम में बिना किसी देरी के अपने गंतव्य तक पहुंचेगी। इस परियोजना का प्रस्ताव वर्ष 2015 में तैयार किया गया था।
पब्लिश्ड 4 June 2025 at 15:18 IST