अपडेटेड 28 June 2025 at 14:55 IST
यूपी की राजधानी लखनऊ में कुछ दिनों पहले इंटरनेशनल सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ था। उज्बेकिस्तान और थाईलैंड की लड़कियां इस धंधे में शामिल थीं। अब इस संगठित नेटवर्क की परत दर परत खुलने लगी है। पता चला है कि इस रैकेट की सरगना लोला कायुमोवा खुद को NRI बताकर स्थानीय पहचान पत्र बनवाया था।
जांच में ये भी सामने आया है कि लोला की उम्र 49 साल है लेकिन उसने खुद को 29 का दिखाने के लिए चेहरे, होंठ, अंडरआर्म्स और यहां तक की प्राइवेट पार्ट की भी सर्जरी कराई थी। वह सात बार प्राइवेट पार्ट की सर्जरी करवा चुकी है। ये सभी सर्जरी लखनऊ के ही एक डॉक्टर ने की जो इस सेक्स रैकेट का आरोपी है।
जानकारी के मुताबिक मामला उस वक्त खुला जब लखनऊ के सबसे पॉश इलाके हजरतगंज स्थित ओमेक्स अपार्टमेंट में रेड के दौरान उज्बेकिस्तान की दो युवतियों होलिडा और नीलोफर को पकड़ा गया। दोनों डॉ. विवेक गुप्ता के नाम से दर्ज फ्लैट में रह रही थीं। डॉ. विवेक मिनर्वा क्लिनिक में प्लास्टिक सर्जन है और उसी ने लोला की सारी सर्जरी की थी। जांच में सामने आया कि युवतियों को जवान और आकर्षक दिखाने के लिए चेहरे, होठ और अंडरआर्म्स की सर्जरी करवाई जाती थी, ताकि वे ‘रशियन लुक’ में दिखाई दें।
नेपाल के रास्ते भारत आई थी लोला कायुमोवा
उज्बेकिस्तान की रहने वाली लोला 2013 में नेपाल के रास्ते भारत आई थी। यहां दिल्ली एनसीआर में किसी एजेंट ने उन्हें जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दिया। इस दौरान वो लखनऊ में त्रिजिन उर्फ अर्जुन नामक कथित पत्रकार से मिली और फिर अपना नेटवर्क फैलाया। पुलिस के मुताबिक लोला और त्रिजिन लिव इन में रहते थे और उनके अपार्टमेंट से शुरू हुआ ये काला धंधा तेजी से आगे बढ़ गया।
थाईलैड में डॉ विवेक ने ली थी लोला से सर्विस उसके बाद...
जानकारी के मुताबिक लोला और डॉ. विवेक गुप्ता की मुलाकात थाईलैंड में हुई थी, जहां से उनके रिश्ते की शुरुआत मानी जा रही है। बाद में लखनऊ में डॉ. गुप्ता ने न सिर्फ लोला बल्कि अन्य युवतियों की प्लास्टिक सर्जरी भी की। डॉक्टर खुद भी क्लाइंट के तौर पर शामिल था और लड़कियों के लिए कस्टमर लाने का काम करता था।
पब्लिश्ड 28 June 2025 at 14:55 IST