अपडेटेड 25 June 2025 at 15:12 IST
प्रेम जब सच्चा होता है, तो वह हर दीवार, हर परंपरा और हर पहचान को पार कर जाता है। कुछ ऐसा ही नजारा सोमवार को कुशीनगर जनपद के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के खैरटिया शीतलापुर गांव के प्राचीन शिव मंदिर में देखने को मिला, जब दो दिलों ने समाज की सीमाओं को तोड़ते हुए सात फेरे लिए। इस विवाह की खास बात ये थी कि दूल्हा प्रेम कुमार एक युवक था और दुल्हन 'सोनिया' जो पहले सोनू थी, सेक्स चेंज करा लड़की बनी थी।
सुबह से ही मंदिर परिसर में हलचल थी। फूलों से सजी शिव मूर्ति के सामने जब सोनिया ने लाल साड़ी पहनकर अपने प्रेमी प्रेम कुमार के साथ फेरे लिए, तो नजारा फिल्मी सीन से कम न था। मंत्रोच्चारण, सिंदूरदान, वरमाला, हर रस्म निभाई गई, जैसे हर जोड़ा निभाता है। मंदिर में मौजूद लोगों की आंखों में कभी हैरानी थी, तो कभी खुशी।
शादी के बाद सोनिया बोली– "अब मैं पूरी हूं"
विवाह के बाद सोनिया की आंखों में आंसू थे, मगर खुशी के। बोली मैंने खुद को पाया है… और अब अपने प्यार को भी। इस शादी से ऐसा लग रहा है जैसे मैं अब पूरी हो गई हूं। सोनिया का आत्मविश्वास हर किसी को छू गया। वहीं प्रेम कुमार, जो इस साहसिक फैसले में अपने जीवनसाथी के साथ चट्टान की तरह खड़ा रहा, बोला "लोग क्या कहेंगे, इसका डर नहीं। मुझे सिर्फ उसका साथ चाहिए… क्योंकि प्यार शरीर से नहीं, आत्मा से होता है। "प्रेम के इन शब्दों ने जैसे पूरे माहौल को भावुक कर दिया।
'अब पहचान नहीं, सच्चाई मायने रखेगी'
गांव के कुछ लोग भले आश्चर्यचकित थे, लेकिन बड़ी संख्या में लोगों ने इस विवाह को खुले दिल से सराहा। लोगों ने कहा समाज बदल रहा है, और इस बदलाव को हमें अपनाना होगा। अब प्यार को उसकी सच्चाई से परखा जाएगा, पहचान से नहीं। यह विवाह न केवल दो आत्माओं का मिलन था, बल्कि ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए एक नई उम्मीद और अधिकारों की रौशनी बन गया।
(पीके विश्वकर्मा की रिपोर्ट)
पब्लिश्ड 25 June 2025 at 15:12 IST