अपडेटेड 25 June 2025 at 21:30 IST
भारत के लिए आज ऐतिहासिक दिन है। लखनऊ के शुभांशु शुक्ला के साथ ही तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर Axiom-4 Mission, कैनेडी स्पेस सेंटर के कॉम्प्लेक्स 39ए से उड़ान भर चुका है। जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक शुभांशु शुक्ला का मिशन पहला एबॉर्ट मोड सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, चालक दल अब एबॉर्ट मोड 2 अल्फा में प्रवेश कर चुका है, जो उड़ान के इस चरण के लिए एक मानक सुरक्षा प्रोटोकॉल है। सभी सिस्टम सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। मिशन कक्षा की ओर अच्छी तरह से आगे बढ़ रहा है।
इसी बीच अंतरिक्ष के रास्ते से स्पेसक्राफ्ट के अंदर से शुभांशु शुक्ला ने पहला मैसेज दिया है। शुभांशु शुक्ला ने कहा- नमस्कार, मेरे प्यारे देशवासियों। क्या सफर है। हम 41 साल बाद एक बार फिर अंतरिक्ष में वापस आ गए हैं। यह एक अद्भुत सफर है। हम 7.5 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे हैं। मेरे कंधों पर उभरा हुआ तिरंगा मुझे बताता है कि मैं आप सभी के साथ हूं। मेरी यह यात्रा अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की शुरुआत नहीं है, बल्कि भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत है। मैं चाहता हूं कि आप सभी इस यात्रा का हिस्सा बनें। आपका सीना भी गर्व से चौड़ा होना चाहिए। आइये, हम सब मिलकर भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत करें। जय हिंद! जय भारत!"
Axiom-4 Mission लॉन्चिंग के बाद IAF ने पोस्ट किया शेयर
शुभांशु शुक्ला की मिशन लॉन्चिंग के बाद इंडियन एयरफोर्स ने सोशल मीडिया पोस्ट जरिए खुशी जाहिर की है। IAF के हैंडल से किए गए पोस्ट में लिखा गया, "आसमान को जीतने से लेकर सितारों को छूने तक, भारतीय वायुसेना के वायु योद्धा की अदम्य भावना से प्रेरित एक यात्रा। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला एक ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन पर रवाना हुए, जो देश के गौरव को धरती से परे ले जाएगा।"
IAF ने आगे कहा कि यह भारत के लिए एक ऐसा क्षण है, जो स्क्वाड्रन लीडर राकेश शर्मा के मिशन के 41 साल बाद आया है, जिन्होंने पहली बार हमारे तिरंगे को धरती से परे ले जाया था। यह एक मिशन से कहीं बढ़कर है. यह भारत के लगातार विस्तारित क्षितिज की पुष्टि करता है।
पब्लिश्ड 25 June 2025 at 13:29 IST