अपडेटेड 28 December 2025 at 18:14 IST
राजा भैया को गिफ्ट में मिला डेढ़ करोड़ का पासपोर्ट वाला घोड़ा, कुंडा विधायक ने तिलक लगाकर किया स्वागत; जानिए क्यों खास है ये तोहफा
Kunda MLA Raja Bhaiya: कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को डेढ़ करोड़ का घोड़ा गिफ्ट में मिला है। इस घोड़े का नाम विजयराज बताया जा रहा है। इस घोड़े को उनके किसी दोस्त ने गिफ्ट किया है।
- भारत
- 2 min read

Kunda MLA Raja Bhaiya: कुछ दिन पहले ही पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह को डेढ़ करोड़ रुपये का एक घोड़ा उपहार में मिला था। जिसके बाद बृजभूषण शरण सिंह और घोड़ा, दोनों ही चर्चा के केंद्र में बने हुए थे। अब ऐसी ही खबर प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से जुड़ी हुई आई है।
प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को भी उनके किसी दोस्त ने तोहफे में 1.5 करोड़ का घोड़ा दिया है। इस कीमती घोड़े को महाराष्ट्र से AC एम्बुलेंस से प्रतापगढ़ लाया गया। डेढ़ करोड़ के घोड़े को खुद राजा भैया ने तिलक लगाकर स्वागत किया और उसे अपने हाथ से गुड़ खिलाया।
घोड़े का नाम विजयराज
उत्तर प्रदेश के कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को डेढ़ करोड़ का घोड़ा गिफ्ट में मिला है, उसका नाम विजयराज बताया जा रहा है। इस कीमती घोड़े को महाराष्ट्र से AC एम्बुलेंस से प्रतापगढ़ लाया गया। बताया जाता है कि रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को महाराष्ट्र के उनके एक मित्र ने ये घोड़ा तोहफे में दिया है।
घोड़े का पासपोर्ट बना हुआ
डेढ़ करोड़ का 'विजयराज' घोड़ा कोई मामूली घोड़ा नहीं बल्कि, एक पासपोर्ट धारक घोड़ा है। जी हां, विजयराज का पससपोर्ट भी बना हुआ है। विजयराज अपनी मजबूत कद-काठी, चमकदार शरीर और राजसी चाल के लिए जाना जाता है। तस्वीर में साफ-साफ देखा जा सकता है कि राजा भैया ने घोड़े को तिलक लगाकर स्वागत कर रहे हैं और साथ में उसे अपने हाथ से गुड़ खिला रहे हैं।
Advertisement
महाराष्ट्र के मित्र ने तोहफे में दिया
कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को डेढ़ करोड़ का घोड़ा गिफ्ट में मिला है, उसे गिफ्ट में मिल हुआ घोड़ा बताया जा रहा है। घोड़ों का केयरटेकर ने राजा भैया के घोड़ों के शौक के बारे में भी बताया है। उसने कहा 'मजबूत कद-काठी, चमकदार शरीर और राजसी चाल के लिए जाना जाता है।'
Advertisement
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 28 December 2025 at 18:14 IST