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अपडेटेड 4 July 2025 at 15:09 IST

BREAKING: ईदगाह विवादित ढांचा घोषित नहीं होगा, मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले में इलाहाबाद HC ने हिंदू पक्ष की याचिका की खारिज

मथुरा स्थित श्री कृष्‍ण जन्‍मभूमि-शाही ईदगाह मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला दिया है।

Reported by: Ankur Shrivastava
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Krishna Janmabhoomi-Shahi Eidgah
ईदगाह विवादित ढांचा घोषित नहीं होगा, मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले में इलाहाबाद HC ने हिंदू पक्ष की याचिका की खारिज | Image: ANI

मथुरा स्थित श्री कृष्‍ण जन्‍मभूमि-शाही ईदगाह मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला दिया है। कोर्ट ने शाही ईदगाह को विवादित परिसर मानने से इनकार करते हुए हिंदू पक्ष की याचिका को खारिज कर दिया है। यह फैसला जस्टिस राम मनोहर मिश्रा की सिंगल बेंच ने सुनाया। कोर्ट ने कहा कि मौजूद तथ्यों और याचिका के आधार पर ईदगाह को फिलहाल विवादित ढांचा घोषित नहीं किया जा सकता। आपको बता दें कि हिंदू पक्ष की ओर से दावा किया गया था कि ईदगाह का निर्माण श्रीकृष्ण की जन्मभूमि पर स्थित प्राचीन मंदिर को तोड़कर किया गया।

फिलहाल बेंच की तरफ से सुनवाई की अगली तारीख दी गई है। अब 2 अगस्त, 2025 को अगली सुनवाई होगी। इस पूरे मामले में हिंदू पक्ष के वकील महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि हाईकोर्ट में 5 मार्च 2025 को मथुरा स्थित शाही ईदगाह मस्जिद को विवादित ढांचा घोषित किए जाने की मांग करते हुए एक एप्लीकेशन दी गई थी। इस पर 23 मई को कोर्ट में बहस पूरी हो गई थी और कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित कर लिया था, जो आज सुनाया गया।

हिंदू पक्षकार के मुताबिक, हमने हाई कोर्ट के समक्ष कहा था कि वहां पहले मंदिर था। वहां पर मस्जिद होने का कोई साक्ष्य आज तक शाही ईदगाह मस्जिद पक्ष कोर्ट में पेश नहीं कर सका है। ऐसे में इसे मस्जिद क्यों कहा जाए, विवादित ढांचा घोषित किया जाए। जैसे कोर्ट ने अयोध्या मामले में अपना निर्णय देने से पहले बाबरी मस्जिद को विवादित ढांचा घोषित किया था, उसी तरह शाही ईदगाह मस्जिद को भी विवादित ढांचा घोषित करना चाहिए।

क्या है पूरा विवाद?

पूरा विवाद मथुरा के कटरा केशव देव क्षेत्र की 13.37 एकड़ जमीन पर है। इसी जमीन पर मंदिर और मस्जिद दोनों बनी हैं। जानकारी के मुताबिक, कुल जमीन में 11 एकड़ जमीन पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि है, जबकि बाकी जमीन पर ईदगाह होने का दावा है। हिंदू पक्ष पूरी जमीन को श्रीकृष्ण जन्मभूमि बताता है, जबकि मुस्लिम पक्ष इससे इनकार करता है। हिंदू पक्ष के अनुसार, 1670 में औरंगजेब ने श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर बने मंदिर को तोड़कर शाही ईदगाह मस्जिद बनवाई थी। वहीं, मुस्लिम पक्ष इस दावे को खारिज करता रहा है। 

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पब्लिश्ड 4 July 2025 at 14:52 IST