अपडेटेड 27 November 2024 at 21:25 IST
केशव मौर्य ने सपा का कर दिया नया नामकरण, बोले-समाजवादी पार्टी मतलब संगठित अपराध पार्टी, बताया क्यों
केशव प्रसाद मौर्य ने सपा का नया नामकरण कर दिया है। केशव मौर्य ने X पर लिखा- सपा अब ‘समाजवादी पार्टी’ नहीं, बल्कि ‘संगठित अपराध पार्टी’ बन चुकी है।
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Sambhal Violence: संभल हिंसा में अब तक 100 से अधिक पत्थरबाजों की पहचान हो चुकी है। पत्थरबाजी करने में युवा और महिलाएं कोई पीछे नहीं रहा। सामने आए वीडियो से कयास लगाए जा रहे हैं कि छतों पर पत्थर एकट्ठा किए गए थे। पूरी तैयारी के साथ संभल को सुलगाने का प्रयास किया गया था। चेहरे पर नकाब बांधे गए, लेकिन अब सबके नकाब उतरेंगे और एक-एक का हिसाब होगा। योगी सरकार दंगाईयों पर सख्ती दिखा रही है, लेकिन विपक्ष के नेता दंगाईयों के समर्थन में खड़े हैं।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव संभल हिंसा को लेकर लगातार पुलिस-प्रशासन और बीजेपी पर आरोप लगा रहे हैं। समाजवादी पार्टी के सांसदों ने बुधवार को संभल के मुद्दे पर संसद में चर्चा की भी मांग की। डिंपल यादव ने कहा कि हम संभल में हुई घटना पर चर्चा चाहते हैं। हमारे कई सांसदों ने इस संबंध में अध्यक्ष को नोटिस दिया है। वहां लोगों के साथ पुलिस एवं प्रशासन के अमानवीय व्यवहार के बारे में हम सदन में बोलना चाहते हैं। वहीं अब केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा है।
सपा को बताया 'संगठित अपराध पार्टी'
केशव मौर्य ने सपा का नया नामकरण कर दिया है। केशव मौर्य ने X पर लिखा- सपा अब ‘समाजवादी पार्टी’ नहीं, बल्कि ‘संगठित अपराध पार्टी’ बन चुकी है। इसमें हार्ट मतलब दंगाई, किडनी मतलब अपराधी, लीवर मतलब माफिया, और ब्रेन मतलब भ्रष्टाचारी है। पार्टी का पूरा शरीर ‘परिवार’ से चलता है, जो सपा के नाम पर सत्ता की लूट और जनता का शोषण करता है। सपा का DNA दंगाई, भ्रष्टाचारी और अपराधी है।
100 पत्थरबाजों के पोस्टर जारी
संभल में हिंसा के बाद योगी सरकार एक्शन में है। सरकार ने उपद्रवियों के पोस्टर लगाने के आदेश दिए हैं। इसके बाद 74 दंगाइयों की पहचान कर ली गई है, अब तक 100 पत्थरबाजों के पोस्टर जारी किए गए। इनमें ज्यादातर लोगों के हाथ में पत्थर दिख रहे हैं। नकाबपोशों ने हिंसा के दौरान अपने मुंह बांध रखे थे। पुलिस ने दंगाइयों की पहचान में लोगों से मदद मांगी है। पुलिस ने कुछ महिला पत्थरबाजों के भी पोस्टर जारी किए गए हैं। हिंसा के दौरान महिलाओं ने भी छत से पत्थर बरसाए थे। बर्क के घर के पास कुछ महिलाएं पत्थर बरसा रही थी।
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पुलिस दंगाईयों की पहचान करने के लिए वीडियो, CCTV और ड्रोन फुटेज को खंगाला रही है। इसके आधार पर आगे और पोस्टर जारी किए जाएंगे। सड़कों पर पोस्टर और होर्डिंग्स भी लगाए जाएंगे। संभल हिंसा में अब तक 4 महिलाओं समेत 27 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है। सरकार पत्थरबाजों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की तैयारी कर रही है। सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की भरपाई भी उपद्रवियों से ही की जाएगी। सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान का आकलन जारी है ।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 27 November 2024 at 21:14 IST