अपडेटेड 16 October 2025 at 10:52 IST
मुल्ली और आतंकवादी कहने पर छलका इकरा हसन का दर्द, भरी सभा में मंदिर विवाद पर हुईं भावुक, कहा- ऐसे लोगों को छोड़ूंगी नहीं
कैराना सांसद इकरा हसन ने सार्वजनिक सभा में अपने ऊपर की गई अभद्र टिप्पणियों का दर्द सबके सामने बयां किया। अपनी बात रखते हुए इकरा की आंखें भर आईं और उन्होंने कहा कि राजनीति में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन सम्मान के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
- भारत
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Saharanpur News : उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले के गंगोह क्षेत्र के छापुर गांव में शिव मंदिर खंडित होने की घटना ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। समाजवादी पार्टी से कैराना लोकसभा सांसद इकरा हसन इस विवाद पर खुलकर बोलीं और अपनी भावनाओं को रोक न सकीं। मंदिर तोड़े जाने की घटना के बाद अभद्र टिप्पणी से आहत इकरा हसन भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि मुझे 'मुल्ली और आतंकवादी' कहा गया, जो पूरे इलाके की महिलाओं का अपमान है।
दरअसल, छापुर गांव में शिव मंदिर को क्षतिग्रस्त करने की खबर के बाद स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान सपा सांसद इकरा हसन के खिलाफ आपत्तिजनक नारेबाजी हुई। उनके लिए 'मुल्ली' और 'आतंकवादी' जैसे अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया। इकरा ने स्पष्ट किया कि उन्होंने इस मामले में किसी का पक्ष नहीं लिया और न ही किसी से हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने कहा,
"अगर किसी और की संलिप्तता साबित होती है, तो उसे भी कड़ी सजा मिलनी चाहिए। किसी भी धार्मिक स्थल को नुकसान पहुंचाना अस्वीकार्य है।"
कैराना सांसद ने सार्वजनिक सभा में अपने ऊपर की गई अभद्र टिप्पणियों का दर्द सबके सामने बयां किया। अपनी बात रखते हुए इकरा की आंखें भर आईं और उन्होंने कहा कि राजनीति में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन किसी के सम्मान के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। प्रशासन ने इकरा को गांव जाने से रोका था, लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज कर ग्रामीणों से मुलाकात की। एक बैठक में वे हाथ जोड़कर बैठीं और बुजुर्गों के बीच बातचीत करती नजर आईं, इकरा ने अपनी पीड़ा बयां की।
पूर्व सांसद प्रदीप पर आरोप
इकरा हसन ने बिना नाम लिए बातों ही बातों में पूर्व सांसद प्रदीप कुमार और उनके समर्थकों पर आरोप लगाए। इकरा ने कहा कि यह राजनीतिक मतभेद नहीं, बल्कि समाज को बांटने की एक सोची-समझी साजिश है। सामने आई वीडियो में इकरा की आंखें नम हैं, जब वे कहती हैं- "मुझे मुल्ली कहा गया, आतंकवादी कहा गया। मेरे पिता और भाई को भी गालियां दी गईं। लेकिन मैं झुकूंगी नहीं, क्योंकि मेरा उद्देश्य नफरत फैलाना नहीं, बल्कि मोहब्बत बांटना है।" उन्होंने जोर देकर कहा कि विरोध का अधिकार सबका है, लेकिन धर्म, जाति और महिलाओं के खिलाफ की गई यह अभद्रता समाज को तोड़ने की साजिश है। मैं दबकर राजनीति नहीं करूंगी। ऐसे लोगों को मैं कभी माफ नहीं करूंगी, जो समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
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सार्वजनिक माफी की मांग
इकरा ने आगे बताया कि चुनाव में उन्हें हर धर्म और जाति के लोगों ने अपनी बेटी-बहन मानकर वोट दिया था। यह अपमान सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि हर उस महिला का है जो समाज में सम्मान की हकदार है। कुछ लोग धर्म के नाम पर नफरत की राजनीति कर रहे हैं, लेकिन मैं इसका डटकर मुकाबला करूंगी। उन्होंने पूर्व सांसद के एक समर्थक के बयान की भी निंदा की और उनसे सार्वजनिक माफी की मांग की।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 16 October 2025 at 10:34 IST