अपडेटेड 11 April 2025 at 14:46 IST
पति हुआ नपुंसक, बच्चे के लिए जेठ संग संबंध बनाने का दबाव, ससुर भी...मायावती की भतीजी ने सुनाई सन्न कर देने वाली आपबीती
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा चीफ मायावती की भतीजी ने अपने पति और ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है।
- भारत
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Hapur News: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा चीफ मायावती की भतीजी ने अपने पति और ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। पीडि़ता ने आरोप लगाया है कि उसकी सास पुष्पा देवी, ससुर श्रीपाल सिंह ने दहेज के लिए उसको प्रताडि़त किया। उन्होंने दहेज में 50 लाख कैश और इंदिरापुरम में फ्लैट की मांग की। इसके अलावा पीडि़ता ने अपने जेठ और ससुर पर दुष्कर्म के प्रयास और पिटाई करने का आरोप भी लगाया है। पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने पर कोर्ट के आदेश पर यह मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद बसपा जिलाध्यक्ष डॉ. एके कर्दम ने आरोपी दंपती व उनके पुत्र को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। आपको बता दें कि सास पुष्पा देवी हापुड़ नगर पालिकाध्यक्ष हैं।
एफआईआर के मुताबिक महिला थाने पहुंची और उसने खुद को मायावती के भाई की बेटी बताया। एफआईआर में उसने बताया कि उसकी शादी 9 नवंबर 2023 को हापुड़ नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष पुष्पा देवी के बेटे विशाल से हुई थी। शादी के बाद से ही आरोपी परिवार ने महिला को प्रताड़ित करते हुए पार्टी (बसपा) का टिकट, 50 लाख रुपये नकद और दहेज के रूप में एक फ्लैट की मांग की। उनका कहना था कि मायावती बहुजन समाज पार्टी की कर्ताधर्ता है और उनके पास बहुत पैसे हैं। इसलिए एक फ्लैट और 50 लाख रूपए की व्यवस्था कर दो। मना करने पर पीड़िता के साथ मारपीट, गाली गलौज और जान से मारने की धमकी दी जाती थी।
पति को बताया नपुंसक, बच्चे के लिए जेठ संग सोने का दबाव
पीड़िता ने एफआईआर में पति को लेकर बड़ा खुलासा किया। उसने बताया कि शादी से पूर्व ही पति बॉडी बनाने के चक्कर में स्टेरायड के इंजेक्शन लगाता था, इस कारण वह नपुंसक हो गया। जिसके बाद से वह उससे अलग रहने लगा। बच्चा पैदा करने के लिए ससुराल पक्ष के लोगों ने जेठ से शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया। 17 फरवरी 2025 की रात जेठ भूपेंद्र उर्फ मोनू व ससुर श्रीपाल सिंह ने उसको बेरहमी से पीटा। आरोपियों ने उसके साथ दुष्कर्म का भी प्रयास किया। 18 मार्च 2025 को उसने अपने परिजनों को आपबीती सुनाई। जिसके बाद परिजन उसकी ससुराल पहुंचे।
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पीड़िता को लेकर स्वजन कोतवाली पहुंचे मगर, पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने से इंकार कर दिया। 21 मार्च 2025 को पीड़िता ने एसपी से शिकायत की।
फिर भी कार्रवाई नहीं हुई। न्याय के लिए पीड़िता ने न्यायालय की शरण ली। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मुनीष प्रताप सिंह ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर उक्त सभी नामजद आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। मामले की जांच कर आरोपितों के खिलाफ निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।
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Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 11 April 2025 at 14:46 IST