अपडेटेड 13 February 2025 at 11:32 IST
यादव किंग, कोमल यादव, अमरनाथ यादव...महाकुंभ का बता पुराना VIDEO पोस्ट कर अफवाह फैलाने वाले इन 7 अकाउंट्स पर FIR
इन अकाउंट्स ने गाजीपुर में नदी किनारे मिले शवों के पुराने वीडियो को महाकुंभ भगदड़ से जोड़कर पोस्ट किया था। ऐसे 7 अकाउंट्स पर एक्शन लिया गया।
- भारत
- 2 min read

Prayagraj Mahakumbh 2025: प्रयागराज में लगे महाकुंभ में धर्म और आस्था का अनोखा संगम देखने को मिल रहा है। दुनियाभर में महाकुंभ की भव्यता की चर्चाएं हैं। विदेशी श्रद्धालुओं में भी महाकुंभ को लेकर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। हालांकि इन सबके बीच महाकुंभ को लेकर तरह-तरह की अफवाहें फैलाने का सिलसिला भी जारी है, जिसको लेकर पुलिस अलर्ट है और एक्शन भी ले रही है।
महाकुंभ को लेकर झूठी अफवाह फैलाने वाले सोशल मीडिया पर अब पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। ऐसे सात सोशल मीडिया अकाउंट्स के खिलाफ पुलिस ने FIR दर्ज की है।
इन 7 सोशल मीडिया अकाउंट्स पर एक्शन
मामला पुराने वीडियोज को महाकुंभ का बताकर सोशल मीडिया पर वायरल करने का है। दरअसल, इन अकाउंट्स ने गाजीपुर में नदी किनारे मिले शवों के पुराने वीडियो को महाकुंभ में भगदड़ से जोड़कर पोस्ट किया था। पुलिस ने इसे सरकार और कानून व्यवस्था की छवि खराब करने की साजिश बताया है। इन सोशल मीडिया अकाउंट्स पर कार्रवाई हुई है...
- Yadavking000011 (@Yadavking000011) – इंस्टाग्राम
- Komal Yadav (@komalyadav_lalubadi94) – इंस्टाग्राम
- Amar Nath Yadav (amar_ydvkvp_5354_) – मेटा थ्रेड
- Banwari Lal - Bairwa (@B_L__VERMA) – ट्विटर (X)
- Kavita Kumari (@KavitaK22628) – ट्विटर (X)
- Sonu Chaudhary (SonyChaudhary70) – ट्विटर (X)
- Putul Kumar Kumar (@Puatulkumar9795) – यूट्यूब
महाकुंभ का बताकर 2021 का VIDEO किया था पोस्ट
प्रशासन ने पहले ही यह साफ कर दिया है कि पुलिस की नजर सोशल मीडिया पर बनी हुई है। कोई भी महाकुंभ को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया गया। इस बीच मॉनिटिरिंग के दौरान पुलिस को कुछ पोस्ट मिली थीं। इनमें दावा किया गया कि एक तरफ जहां महाकुंभ का डंका बजाया जा रहा है, लेकिन इस बीच गंगा में लाशें तैर रही हैं। ये पोस्ट सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही थीं।
Advertisement
जब पुलिस ने इन वायरल पोस्ट की जांच की तो पाया कि वीडियो पुराना है। साल 2021 में गाजीपुर में नदी किनारे मिले शवों को महाकुंभ से जोड़कर झूठी अफवाह फैलाई जा रही थी। प्रयागराज कुंभ मेला पुलिस ने दावे को फर्जी बताया। वहीं अफवाह फैलाने वाले 7 सोशल मीडिया अकाउंट्स की पहचान कर उनके खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। मामले में आगे की जांच जारी है।
पुलिस का कहा है कि भ्रामक पोस्ट डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। साथ ही जनता से अपील भी की है कि सोशल मीडिया पर बिना जांच के किसी भी खबर को आगे न बढ़ाए।
Advertisement
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 13 February 2025 at 11:32 IST