अपडेटेड 1 June 2025 at 11:49 IST
Prashant Kumar Retirement: रविवार (1 जून 2025) को उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार ने आधिकारिक रूप से सेवानिवृत्ति ली। एक लंबी और समर्पित सेवा के बाद, उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक भावनात्मक संदेश साझा किया, जिसने न केवल उनके सहकर्मियों, बल्कि आम नागरिकों के दिलों को भी छू लिया। अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा "कल जब सेवानिवृत्त हुआ तो मेरा दिल कृतज्ञता, गर्व और अपनेपन की भावना से भरा था। यह सिर्फ फेयरवेल नहीं था, यह रुकने, सोचने और इस असाधारण यात्रा में मेरे साथ चलने के लिए आप सभी को धन्यवाद देने का अवसर था।" उन्होंने आगे लिखा - वर्दी में पहले दिन से लेकर इस मौके तक, मैंने हर दिन लोगों की सेवा करने, न्याय को बनाए रखने और अपनी पुलिस के साथ खड़े होने के एक मात्र उद्देश्य के साथ जिया।
पूर्व आईपीएस ने लिखा- हम जो करते हैं वह सिर्फ एक नौकरी नहीं बल्कि एक आह्वान है। इस दौरान मुझे आप सभी का साथ देने का सौभाग्य मिला है। मूसलाधार बारिश में खड़े होकर ट्रैफिक मैनेज करने वाले कॉन्सटेबल से लेकर, उस अधिकारी तक जिसने रातों की नींद हराम करके एक केस को सुलझाया। वह टीमें जिन्होंने इनोवेशन पर जोर दिया, आप इस पुलिस की सच्ची आत्मा हैं।
अब मेरे कंधे पर सितारे नहीं होंगे लेकिन...
पूर्व डीजीपी ने लिखा- मैं उत्तर प्रदेश पुलिस की भव्य तस्वीर का सिर्फ एक धागा रहा हूं, और फिर भी आपने मुझे बहुत महत्वपूर्ण होने का एहसास दिलाया। करियर के इन सालों में हमने एक साथ त्रासदी से लेकर विजय और परिवर्तन तक देखे। हमने पुलिसिंग को आधुनिक बनाया, साइबर अपराधों का सामना किया और संकटों का जवाब दिया। इन सबमें सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि हमने नागरिकों में खाकी के प्रति विश्वास बहाल किया। मेरे लिए, यह सबसे बड़ा पदक है जिसे मैं सेवानिवृत्ति में ले जाउंगा।
उन्होंने लिखा कि मैं इस पद को बिना किसी खेद के, गर्व के साथ छोड़ रहा हूं। हो सकता है कि अब मेरे कंधों पर सितारे न हों, लेकिन मैं हमेशा अपने दिल में पुलिस की भावना को लेकर चलूंगा। जैसे-जैसे मैं जीवन के अगले अध्याय में कदम रखूंगा, मेरी प्रार्थनाएँ, सम्मान और अटूट समर्थन हमेशा आपके साथ रहेगा। हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि 'वर्दी अस्थायी है। कर्तव्य, सदैव रहते हैं। आप साहस, करुणा और विवेक के साथ सेवा करते रहें।
राजीव कृष्ण बने यूपी के नए DGP
उत्तर प्रदेश सरकार ने आईपीएस अधिकारी राजीव कृष्ण को प्रदेश का नया पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया है। खास बात यह है कि उन्हें एक साथ तीन बड़े पदों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। डीजीपी के साथ-साथ वे सतर्कता अधिष्ठान के निदेशक और पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) के अध्यक्ष की भी भूमिका निभाएंगे। राजीव कृष्ण को यह जिम्मेदारी अपने से वरिष्ठ 11 आईपीएस अधिकारियों को दरकिनार करते हुए सौंपी गई है। नवनियुक्त डीजीपी राजीव कृष्ण 1991 बैच के अधिकारी हैं। दरअसल, 31 मई को कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार रिटायर हो गए हैं। शनिवार रात को ही नवनियुक्त डीजीपी राजीव कृष्ण ने पदभार ग्रहण कर लिया है।
आपको बता दें कि गौतमबुद्ध नगर के रहने वाले राजीव कृष्ण ने रुड़की विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की है। इसके बाद उन्होंने पुलिस सेवा में जाना चुना। उन्हें दो बार राष्ट्रपति वीरता पदक से नवाजा जा चुका है। वर्तमान में उनकी सेवानिवृत्ति में चार साल और एक महीने बाकी बचा है। यूपी के नवनियुक्त डीजीपी राजीव कृष्ण की पत्नी मीनाक्षी सिंह एक सीनियर आईआरएस अफसर हैं।
राजीव कृष्ण का पुलिस सेवा में लंबा और विविध अनुभव रहा है। वे लखनऊ, फिरोजाबाद, फतेहगढ़, इटावा, मथुरा, बुलंदशहर, नोएडा, आगरा जिले में एसपी और एसएसपी रह चुके हैं। इसके अलावा मेरठ रेंज के आईजी, लखनऊ और आगरा जोन के एडीजी रह चुके है। इसके साथ ही अपनी सर्विस के दौरान कई जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। जनवरी 2017 से सितंबर 2019 तक एडीजी जोन लखनऊ और एडीजी जोन आगरा के रूप में अपनी पिछली पोस्टिंग में वे यूपी के 19 जिलों में पुलिसिंग की निगरानी के लिए जिम्मेदार थे।
पब्लिश्ड 1 June 2025 at 11:49 IST