अपडेटेड 2 July 2024 at 22:38 IST
Hathras: एटा मेडिकल में लाशों को देख फूली सिपाही की सांसे, हार्ट अटैक से मौत
Hathras: सिपाही रवि यादव को मृतकों के शव की व्यवस्था कराने के लिए तैनात किया गया था। एटा मेडिकल में इतने अधिक शवों को देखकर सिपाही की हार्ट अटैक से मौत हो गई।
- भारत
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Hathras Stampede Updates: उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़ मचने से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस हादसे के बाद अस्पताल में लाशों का ढेर लगा है। अस्पताल में ये मंजर जिसने भी देखा उसकी सांसे फूल गई। भगदड़ में जान गवाने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। इस हादसे के बाद अस्पताल में एक सिपाही ने भी दम तोड़ा है।
हादसे के बाद अस्पताल में लाशों का ढेर देख सिपाही रवि यादव ने दम तोड़ दिया। सिपाही रवि यादव क्विक रिस्पांस टीम (QRT) की ड्यूटी में तैनात थे। बताया जा रहा कि लाशों को देख उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार सिपाही रवि यादव को मृतकों के शव की व्यवस्था कराने के लिए तैनात किया गया था। एटा मेडिकल में इतने अधिक शवों को देखकर सिपाही की सांसे फूलने लगी और हार्ट अटैक से मौत हो गई।
यौन शोषण समेत 5 अन्य मुकदमे
सूरज पाल उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा की क्राइम कुंडली भी अच्छी खासी है। बाबा के खिलाफ यौन शोषण समेत करीब 5 गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। नारायण साकार हरि उत्तर प्रदेश पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर जॉब करता था। नौकरी के दौरान 28 साल पहले बाबा इटावा में भी पोस्टेड रहा है। जानकारी के मुताबिक नारायण साकार हरि पर यूपी पुलिस में रहते बलात्कार का मुकदमा लिखे जाने के बाद पुलिस विभाग से बर्खास्त किया गया था। जेल से छूटने के बाद वो अपनी पहचान और नाम बदलकर बाबा बन गया।
115 से ज्यादा की मौत
भोले बाबा के दर्शन के लिए अनुयायियों में होड़ लगी थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वहां की जमीन कीचड़ और फिसलन भरी होने से भगदड़ मची। इस हादसे में खबर लिखे जाने तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है। सत्संग खत्म होने के बाद लोग एकदम से बाहर निकलने लगे, जिससे भगदड़ मच गई। धक्का-मुक्की के कारण यह घटना हुई। मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार वहां की व्यवस्थाएं कम थीं।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 2 July 2024 at 21:13 IST