अपडेटेड 19 February 2025 at 17:38 IST

Mahakumbh: संगम नोज में कैसी मची भगदड़, कितने लोगों की हुई मौत, कितने शवों की शिनाख्त? विधानसभा में CM योगी ने सबकुछ बताया

योगी आदित्यनाथ ने यूपी विधानसभा के बजट सत्र के दौरान महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना पर विपक्ष के सवालों का जवाब दिया।

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CM Yogi
CM Yogi | Image: ANI

यूपी विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में महाकुंभ पर चर्चा के दौरान संगम नोज पर हुई भगदड़ की घटना पर अपनी बात रखी। महाकुंभ पर सपा विधायकों के सवाल का जवाब देते हुए योगी ने कहा कि क्या सनातन धर्म के किसी आयोजन को भव्यता से करना अपराध है? अगर यह अपराध है तो हमारी सरकार यह अपराध आगे भी करेगी। हमारी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जो 29 जनवरी को भगदड़ के शिकार हुए थे।


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी विधानसभा के बजट सत्र के दौरान महाकुंभ को लेकर विपक्ष के सवालों का जवाब दिया। सीएम योगी ने कहा, देश के कोने-कोने से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु पवित्र संगम में डुबकी लगाने महाकुंभ पहुंचे हैं। 56 करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। इस दौरान कुछ लोग घटना के शिकार  हुए हैं, हम उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं। पीड़ित परिवारों के प्रति भी हमारी संवेदना है।

महाकुंभ भगदड़ पर क्या बोले योगी?

सीएम योगी ने महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना का जिक्र करते हुए  कहा कि हमारी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जो 29 जनवरी को भगदड़ के शिकार हुए। उन लोगों के साथ भी हमारी संवेदनाएं हैं जिन्होंने कुंभ के लिए यात्रा करते समय सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाई। हमारी संवेदनाएं परिजनों के साथ हैं, सरकार उनके साथ खड़ी है, सरकार उनकी हरसंभव मदद करेगा, लेकिन इस पर राजनीति करना कितना उचित है?
 

सीएम योगी ने बताया कैसी हुई भगदड़ की घटना

सीएम योगी ने मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना विपक्ष के सवालों का विधानसभा में विस्तृत रूप से जवाब दिया। उन्होंने बताया कि 29 जनवरी की रात करीब 1 से 1.30 बजे के बीच संगम नोज पर अत्यिधक भीड़ के कारण  कारण बैरिकेडिंग टूट गई, जिससे यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। हादसे में 30 लोगों की दुखद मुत्यू हो गई।

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29 शवों की हुई शिनाख्त

विधानसभा में सीएम योगी ने बताया कि भगदड़ वाले दिन प्रयागराज में 5 करोड़ श्रद्धालु मौजूद थे, जबकि शहर की अधिकतम क्षमता महज 25 लाख लोगों की है। इसके बावजूद प्रशासन ने अपने कुशल व्यवस्था के चलते 5 करोड़ श्रद्धालुओं को अमृत स्नान कराया। भगदड की घटना में 30 लोगों की ही दुखद मौत हुई थी, लेकिन इसे बढ़ा चढ़ाकर प्रचारित कर रहा है। 29 शवों की शिनाख्त  कर उनके परिजनों को सौंप दिया गया, जबकि एक का DNA रखा है, जिसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। 
 

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 19 February 2025 at 17:38 IST