अपडेटेड 29 September 2025 at 21:41 IST

Bareilly Violence: 'सर तन से जुदा' जैसे उग्र नारे लगाए, पुलिस पर अवैध हथियारों से फायरिंग... FIR में मौलाना तौकीर रजा को लेकर कई खुलासे

पुलिस FIR में खुलासा हुआ है कि IMC प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान बरेली हिंसा का आरोपी नंबर वन हैं। मौलाना ने ही हिंसा की पूरी साजिश रची थी।

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Maulana Tauqeer Raza
FIR में मौलाना तौकीर रजा को लेकर कई खुलासे | Image: ANI/X

Bareilly violence: यूपी के बरेली में बीते 26 सितंबर को जुम्मे की नमाज के बाद हुई हिंसा मामले में दायर FIR में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। दर्ज एफआईआर के मुताबिक, यह हिंसा एक सुनियोजित साजिश थी और इसका मुख्य साजिशकर्ता मौलाना तौकीर रजा खान थे। पुलिस ने हिंसा भड़काने के आरोप में 28 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें  तौकीर रजा खान को आरोपी नंबर वन  बनाया गया है। वहीं, नदीम खान और जफरूद्दीन जैसे प्रमुख आरोपी भी इसमें शामिल हैं।


पुलिस FIR में खुलासा हुआ है कि IMC प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान आरोपी नंबर वन हैं। उसने ही प्रदर्शनकारियों को निर्देश दिए थे कि आज शहर का माहौल बिगाड़ना है, चाहे इसमें पुलिसवालों की हत्या ही क्यों न करनी पड़े और मुस्लिमों की ताकत दिखानी है। भीड़ में से कुछ ने ‘गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा’ जैसे उग्र नारे लगाए, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।

तौकीर रजा ने लगाए थे भड़काऊ नारे

भीड़ ने तौकीर रजा के बयान का हवाला देते हुए नारेबाजी शुरू की, जिसमें मुस्लिमों को ताकत दिखाने की बात कही गई थी। इसके बाद भीड़ सरकार विरोधी नारे लगाते हुए उग्र हो गई। कोतवाली क्षेत्र, अलमगीरपुर, सिविल लाइंस, बड़ा बाजार और बनसमंडी में दुकानें बंद हो गईं, वाहनों पर पथराव शुरू हो गया। देखते ही देखते हिंसा ने भीषण रूप ले लिया।

पुलिसकर्मी की हत्या की थी साजिश

पुलिस FIR के अनुसार, प्रदर्शन में अपराधियों को पहले से बुलाया गया था। IMC प्रमुख तौकीर रजा, उसके सहयोगी नदीम और अन्य पदाधिकारियों ने साजिश रचकर हिंसा को अंजाम दिया। भीड़ ने पुलिस पर अवैध हथियारों से फायरिंग की, जिसमें जान से मारने का इरादा साफ था। सिपाहियों के डंडे छीने, वर्दी के बैच नोचे गए। कांच की बोतलों में भरे पेट्रोल बम फेंके गए, जिससे कई पुलिसकर्मी झुलस गए।

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नदीम खान के पास से पुलिस की मोबाइल बरामद

बरेली हिंसा की FIR कॉपी सामने आई है जिसमें साफ-साफ लिखा है कि पुलिसकर्मी पर धारदार हथियारों से भी हमला किया गया, जिसमें 10 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। एसएसपी बरेली, अनुराग आर्य ने बताया, 28 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। नदीम खान से एक छीना गया पुलिसकर्मी का मोबाइल बरामद हुआ है, जबकि जफरूद्दीन के पास से हिंसा में संभावित रूप से इस्तेमाल हुआ हथियार जब्त किया गया है। नदीम खान ने स्वीकार किया कि व्हाट्सएप के जरिए भीड़ को एकत्र होने का संदेश दिया गया था। एक अपील पत्र, जिसमें नदीम, डॉ नफीस  और लियाकत के हस्ताक्षर थे। पुलिस लियाकत की तलाश में जुटी है।

तौकीर रजा के करीबी की दुकान सील

इधर पुलिस हिंसा के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई लगातार शिंकजा कस रही है। सोमवार को नगर निगम की टीम ने मौलाना तौकीर रजा के करीबी डॉ नफीस की मार्केट को सील कर दिया है। इस मार्केट में तौकीर रजा की पार्टी आईएमसी का दफ्तर भी है। यहां वक्फ के नाम पर 40 अवैध दुकाने चलती थी। बरेली में बवाल कराने के आरोपी आरोपी मौलाना तौकीर रजा खान फिलहाल जेल में हैं।

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मौलाना तौकीर के करीबी आईएमसी के पूर्व प्रवक्ता डॉ. नफीस और पूर्व जिला अध्यक्ष नदीम खां पर पुलिस प्रशासन ने शिकंजा कसा है। नगर निगम ने सोमवार को नावल्टी चौराहे स्थित डॉ. नफीस की मार्केट को सील कर दिया है। नफीस ने बवाल से पहले पुलिस के हाथ काटने और वर्दी उतरवाने की धमकी दी थी। शहर के नावल्टी चौराहे पर पहलवान साहब के मजार के पास स्थित नफीस की मार्कट पहले से ही विवादित है। मार्केट नाले पर बनी होने का मामला कोर्ट में चल रहा है, जिस पर स्टे है।
 

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 29 September 2025 at 21:41 IST