अपडेटेड 7 July 2025 at 19:06 IST

BIG BREAKING: नाथ संप्रदाय के महामंडलेश्वर कौशलेंद्र गिरी के ऊपर जानलेवा हमला, 150 की संख्या में आए थे हमलावर

महंत ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष विनय शंकर जायसवाल भी हमलावरों के साथ आए थे। इस हमले के दौरान भू-माफिया और महंत के बीच टकराव के दौरान प्रशासन भी वहां मौजूद था।

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Land Mafia Attack on Mahamandaleshwar Kaushlendra Giri: नाथ संप्रदाय के महामंडलेश्वर कौशलेंद्र गिरि के ऊपर रसड़ा में भू-माफियाओं ने जानलेवा हमला कर दिया। महंत ने बताया कि 150 से भी अधिक संख्या में भू-माफियाओं के हमलावरों ने उन पर जानलेवा हमला किया। महंत ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष विनय शंकर जायसवाल भी हमलावरों के साथ आए थे। इस हमले के दौरान भू-माफिया और महंत के बीच टकराव के दौरान प्रशासन भी वहां मौजूद था। जैसे ही इस घटना की जानकारी महामंडलेश्वर कौशलेंद्र गिरि के समर्थकों को मिली तुरंत सैकड़ों समर्थक मंदिर में इकट्ठा हो गए। इन समर्थकों ने प्रशासन से भू-माफिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। 

बलिया जनपद के रसड़ा नगर में सोमवार को एक अप्रत्याशित घटना ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। आदर्श नगर पालिका परिषद रसड़ा के चेयरमैन विनय शंकर जायसवाल और सिद्ध पीठ श्रीनाथ बाबा मठ के पीठाधीश्वर, महामंडलेश्वर महंत कौशलेंद्र गिरि के बीच हुए विवाद और मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिससे नगर में भारी आक्रोश फैल गया है। घटना के तुरंत बाद, महंत कौशलेंद्र गिरि ने स्थानीय थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने न केवल चेयरमैन विनय शंकर जायसवाल पर, बल्कि उनके साथ मौजूद कुछ अन्य लोगों पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायत में मारपीट, अभद्र भाषा और धार्मिक गरिमा को ठेस पहुँचाने जैसे मुद्दे शामिल हैं।

हमले से स्थानीय लोगों में आक्रोश

इस घटना से नगरवासियों में आक्रोश और असंतोष व्याप्त है। मठ से जुड़े श्रद्धालुओं और संत समाज में गहरा रोष देखा गया, जिन्होंने इसे धार्मिक प्रतिष्ठान और संत परंपरा के अपमान के रूप में लिया है। कई स्थानीय सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि जल्द न्याय नहीं मिला, तो वे सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। वहीं, प्रशासन ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है और सभी पहलुओं की बारीकी से पड़ताल की जा रही है। स्थानीय पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के आधार पर उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

सावन मास की पवित्र तैयारियां चल रहीं थी तभी कुछ लोगों ने नारेबाजी करते हुए हमला बोला

रसड़ा में सावन मास की पवित्र तैयारियों को लेकर श्रीनाथ बाबा मठ में एक महत्वपूर्ण बैठक चल रही थी। इस बैठक की अध्यक्षता महंथ कौशलेंद्र गिरि स्वयं कर रहे थे। धार्मिक श्रद्धा और अनुशासन से भरे इस वातावरण में किसी को अंदेशा नहीं था कि कुछ ही पलों में वहां विवाद और तनाव की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी। बैठक के दौरान, पास स्थित रामलीला मैदान से कुछ लोगों द्वारा उग्र धार्मिक नारेबाज़ी की आवाज़ें सुनाई देने लगीं। इस प्रकार की अशांत गतिविधि को देखते हुए महंथ कौशलेंद्र गिरि ने इसका विरोध किया और संयम व मर्यादा बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि श्रावण मास आस्था, भक्ति और अनुशासन का महीना होता है, ऐसे में किसी भी प्रकार की उग्रता या अशांति अनुचित है।

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देखते ही देखते मामला हमले तक पहुंच गया

हालांकि, यह विरोध कुछ लोगों को नागवार गुजरा और देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच कहासुनी होने लगी। बात इतनी बढ़ गई कि मामला हाथापाई तक पहुंच गया। मठ परिसर, जो कुछ ही क्षण पहले भक्ति और संतुलन का केंद्र था, अचानक हंगामे और तनाव का दृश्य बन गया। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और स्थिति को नियंत्रित किया। अब मामले की जांच की जा रही है, और महंथ कौशलेंद्र गिरि ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर आक्रोश और चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों और पर्वों की पवित्रता बनाए रखना हर नागरिक का कर्तव्य है, और कोई भी उकसावे या अनुशासनहीनता समाज को विभाजित कर सकती है।

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Published By : Ravindra Singh

पब्लिश्ड 7 July 2025 at 18:13 IST