अपडेटेड 29 January 2024 at 10:56 IST
राम मंदिर की मजबूती पर वैज्ञानिकों का बड़ा दावा, कहा- '2500 सालों तक आने वाला भूकंप भी...'
Ram Mandir की मजबूती को लेकर देश के वैज्ञानिकों ने बताया कितना मजबूत है मंदिर। आने वाले एक हजार सालों में भी मजबूती से खड़ा रहेगा राम मंदिर।
- भारत
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Ayodhya Ram Mandir : अयोध्या में नवनिर्मित भव्य राम मंदिर को उस भीषणतम भूकंप को भी झेलने के लिए डिजाइन किया गया है जिसके 2,500 वर्षों में एक बार आने की आशंका होती है। वैज्ञानिकों ने यह जानकारी दी। अयोध्या के नवनिर्मित राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई है और यहां बड़ी संख्या में रोजाना श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आ रहे हैं।
वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान से संबद्ध केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-सीबीआरआई) रुड़की ने अयोध्या के मंदिर स्थल पर कई वैज्ञानिक अध्ययन किए हैं जिनमें भू-तकनीकी विश्लेषण, नींव डिजाइन पुनरीक्षण और 3 डी संरचनात्मक विश्लेषण और डिजाइन शामिल हैं। CSIR-CBRI के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक देबदत्ता घोष ने मीडिया से बातचीत में बताया कि भीषण से भीषणतम भूकंप से मंदिर की संरचनात्मक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वैज्ञानिक अध्ययन किया गया था।
मंदिर की डिजाइन और संरचना के लिए बनी थी टीम
सीएसआईआर-सीबीआरआई में संरचनाओं के संरक्षण के लिए उत्कृष्टता केंद्र के समन्वयक घोष और मनोजीत सामंत ने नींव की डिजाइन, 3 डी संरचनात्मक विश्लेषण और राम मंदिर के डिजाइन की समीक्षा और निगरानी करने के लिए गठित टीम का नेतृत्व किया था।
ऐसे की गई थी राम मंदिर संरचना की डिजाइन
इन वैज्ञानिकों का सीएसआईआर-सीबीआरआई के निदेशक प्रदीप कुमार रामंचरला और उनके पूर्ववर्ती एन गोपालकृष्णन ने मार्गदर्शन किया था। घोष ने बताया कि 50 से अधिक कंप्यूटर मॉडलों का अनुकरण करने और सुरक्षा के लिए विभिन्न स्थितियों के तहत उनका विश्लेषण करने के बाद संरचनात्मक डिजाइन की सिफारिश की गई थी।
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एक हजार सालों तक नहीं आएगी को खामी
देबदत्ता घोष ने आगे बताया कि राम मंदिर निर्माण की संपूर्ण संरचना का निर्माण बंसी पहाड़पुर बलुआ पत्थर का इस्तेमाल करके किया गया है, जिसमें लोहे का इस्तेमाल नहीं किया गया है और इसमें आने वाले एक हजार सालों तक किसी भी तरह की कोई खामी नहीं आएगी। बड़े से बड़ा भूकंप भी इस राम मंदिर को डिगा नहीं पाएगा।
राम मंदिर में बढ़ी श्रद्धालुओं की संख्या
इसके पहले बाईस जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के एक दिन बाद मंगलवार (23 जनवरी) को मंदिर को आम जनता के लिए खोला गया। अधिकारियों के मुताबिक पहले दिन लगभग पांच लाख श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन किए। प्राण प्रतिष्ठा के बाद से लगातार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। लोग धैर्यपूर्वक राम लला के दर्शन के लिए कतारों में खड़े रहे। सीएम योगी के आदेश पर श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन की व्यवस्थाओं के लिए राज्य के प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद और पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार भी अयोध्या पहुंचे थे।
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Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 29 January 2024 at 07:36 IST