अपडेटेड 1 July 2025 at 09:21 IST
अलीगढ़ के मडराक क्षेत्र के भकरौली गांव में इन दिनों एक रहस्यमयी कीड़े को लेकर दहशत का माहौल है। बीते 21 दिनों में गांव के 22 लोग इस अनदेखे कीड़े के शिकार हो चुके हैं। इस रहस्यमयी कीड़े ने अब तक एक महिला की जान भी ले ली है, जबकि कई लोग अब भी उसके डर में जी रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि अब तक किसी ने इस कीड़े को देखा नहीं है और न ही स्वास्थ्य विभाग या वैज्ञानिक टीम इसे पहचान पाई है।
ताजा मामला रविवार रात का है जब गांव के रहने वाले मोहर सिंह की 15 वर्षीय बेटी शिवानी को अचानक किसी कीड़े ने काट लिया। वह घर के बाहर रास्ते पर खड़ी थी, तभी उसके बाएं हाथ में तेज जलन और दर्द महसूस हुआ। बाद में पता चला कि उसे भी उसी रहस्यमयी कीड़े ने काटा है। शिवानी ने भी बताया कि उसने कीड़े को देखा नहीं, जिससे यह साफ है कि कीड़ा बेहद छोटा, तेज या छुपकर हमला करता है।
अब तक 22 लोग घायल, एक की मौत
गांव में अब तक 22 लोग इस कीड़े के शिकार बन चुके हैं। मीरा देवी नामक महिला की इलाज के दौरान मौत भी हो चुकी है, जिससे गांव में डर और आक्रोश दोनों फैल गया है। लगातार हो रही घटनाओं के बावजूद अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है। घटनाओं के बाद स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीमें गांव पहुंचीं और व्यापक स्तर पर फॉगिंग भी कराई गई।
इसके बावजूद कीड़े के काटने की घटनाएं थम नहीं रही हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि सरकारी विभाग सिर्फ औपचारिकता निभा रहे हैं। अब तक न तो कीड़े की पहचान हुई है और न ही उसे पकड़ने की कोई ठोस योजना बनी है।
सीएमओ के आदेश पर टीम भेजी गई, लेकिन खाली हाथ लौटी
सीएमओ डॉ. नीरज त्यागी के निर्देश पर महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ. शुएब के नेतृत्व में एक टीम गांव भेजी गई थी। टीम ने प्रभावित लोगों से मुलाकात कर जानकारी जुटाई, लेकिन किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी। सीएमओ ने साफ किया कि खून या अन्य जांच से यह पता लगाना संभव नहीं कि कौन सा कीड़ा है।
डीएम ने दिए जांच के आदेश
जिले के डीएम संजीव रंजन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए वन विभाग और अन्य संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि वे जल्द से जल्द इस रहस्यमयी कीट की पहचान करें और समाधान खोजें। वहीं गांव के लोगों का कहना है कि अब उन्हें घर से बाहर निकलने में डर लगता है। वे यह नहीं समझ पा रहे कि अगला शिकार कौन बनेगा। उनकी नाराजगी इस बात को लेकर भी है कि इतने दिनों में कोई अधिकारी या वैज्ञानिक कीड़ा पकड़ने या उसकी पहचान करने में सफल नहीं हो पाया।
पब्लिश्ड 1 July 2025 at 09:21 IST