अपडेटेड 21 July 2025 at 08:06 IST
हिंदू लड़कियों का ब्रेनवॉश कर कराते थे धर्मांतरण, आत्मघाती हमले के लिए कर रहे थे तैयार! आगरा में 'केरल स्टोरी' जैसी साजिश
Hindu Conversion : पिता के मुताबिक उनकी दोनों बेटियां घर से बिना कुछ बताए चल गई थी। वो दोनों पहले आगरा से दिल्ली पहुंची, वहां से मुजफ्फरपुर और फिर धर्मांतरण गैंग के सदस्य कोलकाता ले गए।
- भारत
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Agra religious conversion : सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित फिल्म 'द केरला स्टोरी' तो आपने देखी ही होगी। इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे हिंदू लड़कियों का ब्रेनवॉश कर धर्मांतरण का खेल खेला जाता है, कैसे एक हिंदू परिवार में ही हिंदूओं के खिलाफ नफरत भरी जाती है और ऐसा ही खेल आगरा में खेला जा रहा था। आरोप है कि इस गैंग के सदस्य लड़कियों को मुजाहिदा और आत्मघाती हमले के लिए भी तैयार कर रहे थे।
हिंदू लड़कियों को टारगेट कर धर्मांतरण की साजिश का पर्दाफाश कई राज्यों के अलग-अलग जिलों में हो चुका है। मध्य प्रदेश के इंदौर, उत्तर प्रदेश के बलरामपुर और शाहजहांपुर के बाद अब आगरा में धर्मांतरण का खुलासा हुआ है। आगरा का ये धर्मांतरण गैंग बलरामपुर के जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा से भी दो हाथ आगे है। आगरा से गुमशुदा हुई लड़की के पिता ने इसका खुलासा किया है। पिता ने बताया कि फिल्म द केरला स्टोरी की तरह ही पूरा माहौल बना दिया गया था।
विदेशों से जुड़े तार
आगरा में सामने आए धर्मांतरण गैंग के कनेक्शन कनाडा, यूएसए, कतर, यूएई और बांग्लादेश सहित कई इस्लामिक देशों से जुड़े हुए थे। विदेशों से फंडिंग लाने और भारत में गैंग के लोगों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी गोवा से गिरफ्तार हुई आयशा के पास थी। आयशा का पति शेखर राय उर्फ हसन अली गैंग के सदस्यों से जुड़ा हुआ था और कोलकाता कोर्ट में काम करता था। वो गैंग के लिए लीगल एडवाइजर का काम करता था।
पिता ने बताई पूरी कहानी
पीड़ित पिता ने बेटियों के धर्म परिवर्तन पर बताया कि "इसकी शुरुआत 2021 से हुई थी। हमारी बड़ी बेटी PhD की कोचिंग ले रही थी, वहां जम्मू-कश्मीर की युवतियां भी पढ़ने आती थी। उसमें से एक युवती ने बड़ी बेटी को इस्लाम के प्रति पढ़ाती और लिखाती रही और अपने साथ जोड़ लिया।" आरोप है कि उस लड़की ने उनकी पत्नी से भी कई बार फोन करके इस्लाम की तारीफें की। उसका मकसद था कि पूरे परिवार का ब्रेनवॉश करके धर्म परिवर्तन किया जाए।
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पीड़ित पिता ने बताया कि बड़ी बेटी का झुकाव धीरे-धीरे इस्लाम की तरफ दिखने लगा था। हमने उसे समझाया भी, लेकिन वो मानने को तैयार नहीं थी। उन्होंने बताया कि छोटी बेटी (2021 में 14 साल की उम्र) को लगा कि इस्लाम मैं ऐसा क्या है, जो बड़ी बहन प्रभावित हो गई। दोनों एक साथ एक कमरे में रहती थी। कुछ यूट्यूब और कुछ बड़ी बहन ने उसको इस्लाम के प्रति प्रेरित किया, इससे वो इस्लाम के प्रति आकर्षित होती चली गई।
यूपी पुलिस ने की समय पर कार्रवाई
पिता के मुताबिक दोनों बहनें घर से बिना कुछ बताए चल गई थी। वो दोनों पहले आगरा से दिल्ली पहुंची, वहां से मुजफ्फरपुर और फिर धर्मांतरण गैंग के सदस्य कोलकाता ले गए। पीड़ित पिता के मुताबिक यूपी पुलिस ने समय रहते उचित कार्रवाई की है, जिससे इस गैंग का खुलासा हो सका। उन्होंने सीएम योगी का भी आभार जताया है।
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ISIS-ISI कनेक्शन!
अवैध धर्मांतरण गैंग की जांच में यूपी पुलिस ने खुलासा किया है कि आरोपी ISIS की तरह धर्मांतरण रैकेट चला रहे थे। लोगों को धार्मिंक रूप से कट्टर बना रहे थे और कम उम्र की लड़कियों को लव जिहाद में फंसाते थे। जिहाद के नाम पर इन्हें विदेशों से फंडिंग मिल रही थी। धर्मांतरण गैंग का PFI और SDPI कनेक्शन भी सामने आया है। धर्मांतरण गैंग के पाकिस्तान की ISI कनेक्शन को लेकर भी यूपी ATS जांच कर रही है, ATS को विदेश फंडिंग के सबूत मिले हैं।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 21 July 2025 at 08:06 IST