अपडेटेड September 3rd 2024, 09:57 IST
UP News: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जंगली जानवर तांडव मचा रहे हैं। बहराइच में भेड़िए और लखीमपुर खीरी में बाघ का आतंक अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि सीतापुर में भी बाघ का खौफ देखने को मिल रहा है। यहां बाघ ने एक पालतू गाय को अपना निवाला बनाया। बाघ के इस हमले से लोग दहशत में है।
जानकारी के अनुसार, इस बार बाघ ने अपने शिकार का अगला अड्डा सीतापुर को बनाया। पहले घर के बाहर बंधी गाय पर जानलेवा हमला किया और फिर उसे घसीटते हुए गन्ने के खेत में ले गया। उसने गाय का शिकार कर शरीर के कुछ हिस्से को खा लिया, जिससे गाय की मौत हो गई। वहीं किसान ने बताया कि उसने भागकर अपनी जान बचाई। यह पूरा मामला थाना महोली क्षेत्र के पीतमपुर गांव का बताया जा रहा है।
इन दिनों बाघ के हमले से गांव में रहने वाले लोग खौफ के साये में जी रहे हैं। किसान खेतों में जाने से भी डर रहे हैं। यहां तक की लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं। वहीं गांव वालों का कहना है कि सीतापुर के पीतमपुर गांव में वन विभाग की ओर से अभी तक कोई पिंजरे नहीं लगाए गए हैं। यहां लोग खुद ही अपने बचाव के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं।
लखीमपुर खीरी जिले में भी बाघ दहशत मचाने लगे हैं। सोमवार यानी 2 अगस्त की सुबह इमिलिया गांव के आस-पास 'आदमखोर' बाघ की लोकेशन मिली। इस तस्वीर में बाघ पिंजरे की कुछ मीटर की दूरी से गुजरते दिखाई पड़ा। डीएफओ संजय बिस्वाल का कहना है कि बाघ काफी भूखा था जो किसी आसान शिकार की तलाश में भटक रहा था।
खूंखार बाघ के हमले से लखीमपुर खीरी के लोगों में भय और दशहत का माहौल है। वन विभाग की टीमें बाघ को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। वन विभाग की ओर से लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही अकेले खेतों की ओर नहीं जाने की सलाह दी जा रही है।
पब्लिश्ड September 3rd 2024, 09:47 IST