पब्लिश्ड 13:06 IST, January 31st 2025
किन्नर अखाड़े में सियासी उठापटक के बाद बड़ा एक्शन, ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटाया गया
ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटा दिया गया है। इसके अलावा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर भी गाज गिरी है, उन्हें आचार्य महामंडलेश्वर पद से हटा दिया गया है।

बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में बीते दिनों संन्यास की दीक्षा ली थी। संन्यास लेने के बाद एक्ट्रेस को किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बनाया गया था। इस फैसले पर किन्नर अखाड़े का जमकर विरोध हो रहा था। आंतरिक और बाहरी कलह के बाद ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटा दिया गया है। इसके अलावा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर भी गाज गिरी है, उन्हें आचार्य महामंडलेश्वर पद से हटा दिया गया है।
संन्यास की दीक्षा लेने से पहले ममता कुलकर्णी ने आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से मुलाकात की, जिन्होंने उन्हें आशीर्वाद दिया। ममता ने पवित्र संगम तट पर पिंडदान की रस्म भी निभाई थी और उनका राज्याभिषेक किन्नर अखाड़े में हुआ था। एक्ट्रेस को अखाड़े में महामंडलेश्वर पद दिए जाने के बाद से ही विरोध के सुर उठने लगे थे। आज, 31 जनवरी को किन्नर अखाड़े के संस्थापक अजय दास द्वारा बड़ा एक्शन लिया गया है।
ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटाया गया
अजय दास ने एक्ट्रेस से संन्यासी बनीं ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर के पद से हटा दिया है। लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर भी एक्शन लिया गया है। उन्हें आचार्य महामंडलेश्वर पद से हटा दिया गया है। ये कार्रवाई करते हुए अखाड़ा संस्थापक ऋषि अजय दास ने कहा कि स्त्री को किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाना सिद्धांतों के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि किन्नर अखाड़े को नए सिरे से शुरू किया जाएगा।
संन्यासी बनने के दौरान भावुक नजर आईं थी एक्ट्रेस
महाकुंभ में संन्यासी बनीं अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को एक नया आध्यात्मिक नाम भी दिया गया था। एक्ट्रेस को 'श्री यमई ममता नंद गिरि' नाम दिया गया था। उन्हें एक भव्य पारंपरिक समारोह के दौरान आधिकारिक तौर पर किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर के रूप में नियुक्त किया गया था। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। इस दौरान ममता काफी भावुक नजर आईं थी।
ममता के फैसले ने सबको चौंकाया
90 के दशक की मशहूर एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी ने महाकुंभ में संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया था। एक इंटरव्यू में ममता ने बताया था कि मेरे भारत छोड़ने का कारण अध्यात्म था। 1996 में मेरा झुकाव आध्यात्म की ओर हुआ और उसी दौरान मेरी मुलाकात गुरु गगन गिरि महाराज से हुई। उनके आने के बाद अध्यात्म में मेरी रुचि बढ़ी और मेरी तपस्या शुरू हुई।
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अपडेटेड 13:34 IST, January 31st 2025