अपडेटेड May 6th 2025, 10:32 IST
Mock Drill on May 7: भारत-पाक में बढ़ते तनाव के बीच 7 मई को कई राज्यों में होने वाली मॉक ड्रिल को लेकर उत्तर प्रदेश में तैयारियां तेज कर दी गई हैं। इसको लेकर डीजीपी प्रशांत कुमार ने निर्देश जारी कर दिए। उन्होंने सभी जिलों से आम जनता से मॉक ड्रिल को लेकर समन्वय स्थापित करने को कहा है।
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर जा पहुंचा है। जहां भारत बदले की तैयारी कर रहा है। इस बीच गृह मंत्रालय ने बीते दिन कई राज्यों को आपात स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल कराने के निर्देश दिए हैं। 54 सालों के बाद फिर मॉक ड्रिल कराई जा रही है।
देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 244 जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। ये जिले सिविल डिफेंस के लिए पहले से चिह्नित किए गए हैं। इस दौरान आम जनता को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार किया जाएगा। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी, जिसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
इस बीच उत्तर प्रदेश के DGP प्रशांत कुमार ने भी राज्य के जिलों को आम जनता के साथ समन्वय स्थापित कर किसी भी स्थिति से निपटने और पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था करने के लिए मॉक ड्रिल करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
इससे पहले बीते दिन गृह मंत्रालय ने जारी निर्देश में कहा कि 7 मई को प्रभावी तरीके से नागरिक सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाए। ऐसा इसलिए किया जा रहा है जिससे किसी भी आपात स्थिति में नागरिक अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।
- हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाना
- हमले की स्थिति में खुद को बचाने के लिए नागरिक सुरक्षा पहलुओं पर नागरिकों, छात्रों को ट्रेनिंग देना।
- दुश्मन के हमला करने पर ब्लैक आउट करना
- महत्वपूर्ण संयंत्रों/प्रतिष्ठानों को समय से पहले छिपाने के उपाय
- हमला होने की स्थिति में जल्द से जल्द जगह खाली करने का अभ्यास किया जाएगा।
इससे पहले इस तरह की मॉक ड्रिल भारत और पाकिस्तान के बीच साल 1971 में हुए युद्ध के दौरान हुई थी। अब पहलगाम आतंकी हमले के बाद बिगड़े हालातों के बीच एक बार फिर ऐसा अभ्यास कराया जा रहा है।
पब्लिश्ड May 6th 2025, 10:32 IST