अपडेटेड 20 September 2024 at 16:06 IST
बहराइच में खूनी लंगड़ा भेड़िए से थर-थर कांप रहे लोग, फिर दिखा 4 का झुंड, प्लान से फंसेगा 'सरदार'?
आज फिर से बहराइच के एक गांव में 4 भेड़िये देखे गए हैं। बहराइच में भेड़ियों का आतंक फिर से फैल गया है। 11 साल के बच्चे पर भेड़िए ने हमला कर उसे जख्मी कर दिया।
- भारत
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Wolves in Bahraich: उत्तर प्रदेश के बहराइच में भेड़ियों का आतंक फिर से फैल गया है। बहराइच के करीब 50 गांवों में लोगों के बीच दशहत का माहौल है, क्योंकि गुरुवार (19 सितंबर) को एक 11 साल के बच्चे पर भेड़िए ने हमला कर उसे जख्मी कर दिया। ये ताजा मामला हरदी के मंगलपुरवा पचदेवरी गांव का बताया जा रहा। बीते 3 दिनों से कोई हमला नहीं हुआ था, जिससे लोगों ने थोड़ी राहत महसूस की थी, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर से दहशत को हवा दे दी है। वहीं आज (20 सितंबर) फिर से बहराइच के एक गांव में 4 भेड़िये देखे गए हैं। ऐसे में फिर से हड़कंप मच गया है।
बहराइच के डिस्ट्रिक्ट फॉरेस्ट ऑफिसर (DFO) अजित सिंह ने बताया कि इस क्षेत्र में भेड़ियों का एक झुंड सक्रिय है, जिनमें से अधिकांश भेड़ियों को पकड़ लिया गया है। हालांकि, झुंड का सरदार जिसे ‘लंगड़ा भेड़िया’ कहा जा रहा है, अभी भी फरार है और वन विभाग उसे पकड़ने के लिए नई योजनाओं पर काम कर रहा है।
भेड़ियों के झुंड ने मचाया आतंक
अजित सिंह के अनुसार, भेड़ियों के इस झुंड ने बीते 3 महीनों से क्षेत्र में आतंक मचाया हुआ है। हालांकि वन विभाग ने 5 भेड़ियों को पकड़ने में सफलता पाई है, लेकिन झुंड का लीडर, लंगड़ा भेड़िया, अब तक वन विभाग की पकड़ से दूर है।
लंगड़े भेड़िए को पकड़ने की नई योजना
DFO अजित सिंह ने बताया कि लंगड़े भेड़िए को पकड़ने के लिए इस बार एक खास योजना बनाई गई है। वह मादा भेड़िए की आवाज का इस्तेमाल करेंगे ताकि लंगड़ा भेड़िया अपनी मांद से बाहर निकले और वन विभाग की टीम उसे दबोच सके। इसके लिए साउंड सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे मादा भेड़िए की आवाज को लंगड़े भेड़िए तक पहुंचाया जाएगा।
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भेड़ियों की अनोखी वफादारी
जानकारों का कहना है कि भेड़िए अपने जीवन साथी के प्रति बेहद वफादार होते हैं और अपने जीवनकाल में एक ही साथी चुनते हैं। इस कारण से यह चुनौती और बढ़ जाती है कि भेड़िया मादा की आवाज पर कैसे प्रतिक्रिया देगा।
क्या सफल होगा DFO का मास्टर प्लान?
एक्सपर्ट्स के अनुसार, यदि भेड़िए सिर्फ एक ही साथी चुनते हैं, तो यह वन विभाग के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है कि लंगड़ा भेड़िया उस आवाज पर कैसे प्रतिक्रिया देगा। अगर लंगड़ा भेड़िया आवाज पहचानने में नाकाम रहा, तो यह योजना असफल हो सकती है। फिलहाल अब सभी की निगाहें इस प्रयोग पर टिकी हैं, जो जल्द ही शुरू होने वाला है।
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Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 20 September 2024 at 16:06 IST