अपडेटेड 12 April 2025 at 14:29 IST

UPI Down: पेमेंट फेल, किसी का Paytm-PhonePe अधर में पैसा अटका, शिकायतों की भरमार; घंटों तक माथा पीटते रहे यूजर्स

डाउनडिटेक्टर के अनुसार, UPI सेवाओं के बारे में दोपहर तक 2000 से अधिक शिकायतें हो गईं, जिनमें भुगतान और फंड ट्रांसफर सबसे अधिक रिपोर्ट की गई समस्याएं थीं।

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यूपीआई सेवाएं ठप पड़ीं. | Image: Reuters

UPI Down: भारत में शनिवार को यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) की सेवाएं बिल्कुल ठप पड़ गईं। इसका असर ये हुआ कि पेटीएम, फोनपे और गूगल पे जैसे ऐप से पेमेंट करना बंद हो गया। यूजर्स पेमेंट करने या पैसे ट्रांसफर करने में असमर्थ थे, जिससे डेली ट्रांजेक्शन प्रभावित हुआ। इससे डाउनडिटेक्टर पर शिकायतों की भरमार हो गई। फिलहाल यूपीआई सेवा दोबारा शुरू होने से यूजर्स को राहत मिली है।

डाउनडिटेक्टर के अनुसार, UPI सेवाओं के बारे में दोपहर तक 2000 से अधिक शिकायतें हो गईं, जिनमें भुगतान और फंड ट्रांसफर सबसे अधिक रिपोर्ट की गई समस्याएं थीं। लगभग 66 प्रतिशत यूजर्स को भुगतान करने में परेशानी हुई और 34 फीससदी पैसे ट्रांसफर नहीं कर पाए। इस समस्या ने अलग-अलग बैंकों और ऐप के यूजर्स को प्रभावित किया, जो UPI नेटवर्क में बड़ी गड़बड़ी की ओर इशारा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, UPI सेवाओं में आउटेज के चलते कई यूजर्स कैश काउंटर पर फंसे रह गए और लेन-देन पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे थे।

NPCI ने बयान जारी किया

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने X पर एक बयान जारी किया। 'NPCI फिलहाल रुक-रुककर तकनीकी समस्याओं का सामना कर रहा है, जिससे आंशिक रूप से UPI लेनदेन में गिरावट आ रही है। हम इस समस्या को हल करने के लिए काम कर रहे हैं और आपको अपडेट रखेंगे।'

हफ्तेभर में दूसरी बार यूपीए में दिक्कत आई

भारत की सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले डिजिटल पेमेंट सिस्टम में एक हफ्ते के भीतर दूसरी बार गड़बड़ी आई है। 2 अप्रैल को डाउनडिटेक्टर ने सैकड़ों आउटेज रिपोर्ट दिखाईं, जिनमें से लगभग आधी रिपोर्ट फंड ट्रांसफर से संबंधित थीं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अनुसार, 2024 के अंत तक UPI देश में कुल भुगतान मात्रा का 83 फीसदी हिस्सा रहा, जो 2019 के आखिरी में 34  फीसदी था।

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Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 12 April 2025 at 14:29 IST