Published 13:39 IST, September 24th 2024
तिरुपति लड्डू विवाद: पवन कल्याण की 11 दिनों की तपस्या जारी, कनक दुर्गा मंदिर में किया शुद्धिकरण
एक्टर से राजनेता बने पवन कल्याण के प्रायश्चित दिक्षा अनुष्ठान का मंगलवार को तीसरा दिन है। उन्होंने कनक दुर्गा मंदिर में शुद्धिकरण किया है।
Tirupati Laddu controversy: तिरुपति मंदिर में लड्डू प्रसादम में पशु की चर्बी के इस्तेमाल का मामला जैसे ही सामने आया, पूरे देश में इसको लेकर लोगों में आक्रोश है। उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी घटना पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने ऐलान किया था कि इसके प्रायश्चित के लिए 11 दिनों का उपवास रखेंगे। उनके यह अनुष्ठान जारी है। इसके तहत मंगलवार को उन्होंने कनक दुर्गा मंदिर में शुद्धिकरण अनुष्ठान किया।
एक्टर से राजनेता बने पवन कल्याण के प्रायश्चित दिक्षा अनुष्ठान का मंगलवार को तीसरा दिन है। पवन कल्याण ने गुंटूर जिले के नंबूर में श्री दशावतार वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में 22 सितंबर से 11 दिवसीय प्रायश्चित दीक्षा लिया। उन्होंने कहा कि पिछली जगन मोहन रेड्डी की सरकार के दौरान हुई इस घटना से वह आहत महसूस कर रहे हैं और इसके प्रायश्चित के लिए अनुष्ठान कर रहे हैं।
पवन कल्याण ने कनक दुर्गा मंदिर में किया शुद्धिकरण
पवन कल्याण ने इस अनुष्ठान को लेकर कहा था कि प्रायश्चित दीक्षा हेतु, प्रण सिद्ध कर रहा हूं और ग्यारह दिवसीय उपवास हेतु धर्म संकल्पित हो रहा हूं। ग्यारह दिवसीय, प्रायश्चित दीक्षा, के उत्तरार्ध में, एक और दो अक्टूबर को, मैं तिरुपति जाकर, प्रभु के साक्षात दर्शन कर, क्षमा प्रार्थी हो, विनती करूंगा और तब, भगवन के समक्ष, मेरे प्रायश्चित दीक्षा की, पूर्णाहूति होगी। पवन कल्याण ने वाईएसआरसीपी पर कनक दुर्गा मंदिर से तीन शेर चुराने का भी आरोप लगाया।
तिरुपति मंदिर में लड्डू प्रसादम पर विवाद
तिरुपति मंदिर प्रसादम विवाद पर पहली प्रतिक्रिया देते हुए पवन कल्याण ने कहा था कि 'तिरुपति बालाजी प्रसाद में एनिमल फैट (मछली का तेल, सूअर की चर्बी और बीफ वसा) मिलाए जाने से हम सभी बहुत परेशान हैं। YCP सरकार द्वारा गठित TTD बोर्ड को अब कई सवालों का जवाब देना होगा।' हमारी सरकार यथासंभव कड़े एक्शन लेने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन ये मंदिरों के अपमान, इसकी भूमि के मुद्दों और अन्य धार्मिक प्रथाओं से जुड़े कई मुद्दों पर प्रकाश डालता है। अब समय आ गया है कि पूरे भारत में मंदिरों से जुड़े सभी मुद्दों पर गौर करने के लिए नेशनल लेवल पर एक 'सनातन धर्म रक्षण बोर्ड' का गठन किया जाए।
Updated 13:39 IST, September 24th 2024