अपडेटेड 15 May 2025 at 17:09 IST
परमाणु प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला था युद्ध, फिर कैसे बदले हालात, यहां जानिए कैसे हुआ यह सब?
पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले ने भारत-पाकिस्तान को युद्ध के करीब ला दिया था। लेकिन दोनों देशों के बीच संघर्ष कोई नहीं बात नहीं है। 1947 में आजादी के बाद से समय-समय पर भारत-पाकिस्तान आमने-सामने रहे हैं।
- भारत
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Nuclear rivals India and Pakistan : 22 अप्रैल, 2025 को कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों की हत्या ने भारत और पाकिस्तान को युद्ध के और करीब ला दिया, जो 2019 के बाद से दोनों देशों के बीच संबंधों में सबसे बड़ी खटास थी। लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष कोई नहीं बात नहीं है। दोनों देश 1947 में आजादी के बाद से समय-समय पर आमने-सामने आते रहे हैं।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका ने पहले कहा था कि वह दोनों देशों के बीच हस्तक्षेप नहीं करेगा। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो (Marco Rubio) ने कहा कि "उन्होंने और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस (Vice President JD Vance) ने दोनों पक्षों के वरिष्ठ सरकारी और सैन्य अधिकारियों से बात की, जिसके बाद दोनों देश तत्काल युद्ध विराम पर सहमत हुए।" इसके करीब 3 घंटे बाद ही पाकिस्तान ने युद्ध विराम का उल्लंघन कर दिया।
कैसे शुरू हुआ संघर्ष?
22 अप्रैल
पहलगाम में बंदूकधारियों ने 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी। आतंकियों ने करीब 17 अन्य लोगों को भी घायल कर दिया। भारत ने इस हमले का आरोप पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन पर लगाया। आंतकी हमले के पीड़ितों ने बताया कि आतंकियों ने लोगों से पूछा कि क्या वे हिंदू हैं और फिर मुस्लिम। धर्म की पहचान करने के बाद हिंदुओं पर उन्होंने गोलियां चला दीं।
23 अप्रैल
भारत ने पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को कम कर दिया। अमृतसर वाघा बॉर्डर को बंद कर दिया, और महत्वपूर्ण सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) को निलंबित कर दिया। भारत ने पहलगाम हमलावरों की तलाश शुरू की और पाकिस्तान ने हमले में शामिल होने से इनकार कर दिया।
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24 अप्रैल
भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे के नागरिकों के लिए वीजा रद्द कर दिया और उनके जाने की समय सीमा तय कर दी। जवाबी कार्रवाई में, पाकिस्तान ने भारत के स्वामित्व वाली या भारत द्वारा संचालित सभी एयरलाइनों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया और किसी भी तीसरे देश से भारत के साथ सभी व्यापार को निलंबित कर दिया। दोनों पक्षों के सरकारी मंत्रियों ने संकेत दिया कि विवाद सैन्य कार्रवाई तक बढ़ सकता है।
25 अप्रैल
पाकिस्तान ने चेतावनी दी है कि वह नियंत्रण रेखा स्थापित करने वाले समझौते को निलंबित कर सकता है, जो एक बड़ा और चिंताजनक कदम होगा। संयुक्त राष्ट्र ने दोनों पक्षों से अधिकतम संयम बरतने का आग्रह किया।
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26 अप्रैल
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कसम खाई कि उनकी सरकार सिंधु जल संधि के पानी के प्रवाह को रोकने या मोड़ने के भारतीय प्रयासों का पूरी ताकत और शक्ति के साथ जवाब देगी। ईरान ने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की पेशकश की, जबकि डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत और पाकिस्तान अपने मतभेदों को सुलझा लेंगे।
30 अप्रैल
पर्यटकों पर हमले के बाद कश्मीर में दर्जनों रिसॉर्ट अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए। पाकिस्तान की तरफ से लगातार पांचवीं रात नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की गई, जिसका भारत ने भरपूर जवाब दिया। पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने कहा कि उनकी सरकार के पास विश्वसनीय खुफिया जानकारी है कि भारत अगले 24 से 36 घंटों में पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने का इरादा रखता है।
1 मई
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने संकट को कम करने के प्रयास में भारत और पाकिस्तान के वरिष्ठ अधिकारियों को फोन किया।
3 मई
पाकिस्तान ने 450 किलोमीटर की रेंज वाली बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। ये पाकिस्तान का तत्काल स्थिति को भड़काने वाला कदम था।
भारत ने हवाई और सतही मार्गों के माध्यम से पाकिस्तान से सभी मेल के आदान-प्रदान को निलंबित कर दिया है और अपने पड़ोसी से माल के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है। पाकिस्तानी झंडे वाले जहाजों को अपने बंदरगाहों में प्रवेश देने पर भी रोक लगा दी और भारतीय जहाजों को पाकिस्तानी बंदरगाहों पर जाने से रोक दिया।
7 मई
भारत ने पहलगाम का बदला देने के लिए पहली बार सैन्य कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान और PoK में 9 जगहों पर आतंकी ठिकानों पर मिसाइलें दागीं। पाकिस्तान ने इन हमलों को युद्ध की कार्रवाई कहा और भोर से पहले हुए हमले में मारे गए लोगों का बदला लेने की कसम खाई। भारत के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि हमलों में कम से कम 9 ऐसी जगह शामिल थी जहां भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई गई थी।
8 मई
पाकिस्तानी सेना का कहना है कि भारत ने पाकिस्तान में ड्रोन दागे। इस बीच, भारत ने अपने पड़ोसी पर खुद पर हमला करने का आरोप लगाया और अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी की वायु रक्षा प्रणाली को निशाना बनाने की बात स्वीकार की। भारत के उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में कई हवाई अड्डों पर उड़ानें निलंबित करदी।
9 मई
भारत ने पाकिस्तान के साथ बढ़ते सैन्य तनाव के बाद अपने सबसे बड़े घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट PSL को एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया। कई उत्तरी और पश्चिमी भारतीय राज्यों ने स्कूल और अन्य शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए। भारत की सेना ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से कई शहरों पर ड्रोन हमले किए गए। जिसे भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही मार गिराया। जिनमें श्रीनगर का मुख्य शहर भी शामिल है। इसमें कहा गया है कि ड्रोन को ट्रैक किया गया और उनसे निपटा गया।
10 मई
पाकिस्तान का कहना है कि भारत ने देश के अंदर हवाई ठिकानों पर मिसाइलें दागी हैं। पाकिस्तानी सेना के मुख्य प्रवक्ता के अनुसार, भारतीय मिसाइलों ने राजधानी इस्लामाबाद के पास रावलपिंडी के गैरीसन शहर में नूर खान एयर बेस, चकवाल शहर में मुरीद एयर बेस और पूर्वी पंजाब प्रांत के झांग जिले में रफीकी एयर बेस को निशाना बनाया।
युद्धविराम का पहला शब्द अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से आता है, जिन्होंने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफ़ॉर्म पर पोस्ट किया कि भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। दोनों पक्षों के वरिष्ठ अधिकारियों ने तुरंत समझौते की पुष्टि की। इसके कुछ घंटों बाद ही पाकिस्तान ने युद्धविराम समझौते का उल्लंघन कर दिया।
11 मई
भारत और पाकिस्तान के नियंत्रण वाले कश्मीर के हिस्सों को अलग करने वाली नियंत्रण रेखा के दोनों ओर के निवासियों का कहना है कि रात भर गोलीबारी कम हो गई थी। कई दिनों तक गोलीबारी और ड्रोन हमलों से बचने के बाद लोगों ने घर लौटना शुरू किया। भारत के अनुसार, पाकिस्तान में भारतीय हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिनमें प्रमुख नेता भी शामिल हैं।
12 मई
दोनों देशों ने हवाई अड्डों को फिर से खोल दिया गया, जो संघर्ष के कारण अस्थायी रूप से बंद थे।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 15 May 2025 at 17:09 IST