अपडेटेड 17 April 2024 at 23:23 IST
HP: भारत के पहले गांव Kaurik और Gue में पहुंची टेलीकॉम कनेक्टिविटी, समुद्र तल से है 14,931 फीट ऊपर
Himachal Pradesh News: भारत के पहले गांव Kaurik और Gue तक टेलीकॉम कनेक्टिविटी पहुंच गई है।
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Himachal Pradesh News: भारत के पहले गांव Kaurik और Gue तक टेलीकॉम कनेक्टिविटी पहुंच गई है। आपको बता दें कि यह गांव समुद्र तल से 14, 931 फीट ऊपर स्थित है।
क्यों खास है गुए गांव?
लाहौल और स्पीति जिले में स्थित गुए हिमालय में उत्तरी भारत का एक बहुत छोटा सीमावर्ती गांव है। यह स्पीति घाटी में समुद्र तल से लगभग 3000 मीटर की ऊंचाई पर एक गहरी घाटी में स्थित है। आपको बता दें कि गुए एक सीमा संवेदनशील क्षेत्र है जहां से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर भारत-चीन सीमा है। हाल ही में 1975 के स्पीति भूकंप में संघा तेनजिन नामक भिक्षु की ममी की खोज के बाद लोगों को इस गांव के बारे में पहली बार पता चला था।
इसकी खोज सड़क निर्माण श्रमिकों द्वारा तब की गई जब भूकंप के कारण इसकी कब्र और सड़क खुल गई, लेकिन इसे 2000 के दशक की शुरुआत तक स्थानीय लोगों और ITBP (भारत तिब्बत सीमा पुलिस) ने दुनिया से छिपाकर रखा था। आज ममी लामा को गुए गांव के ऊपर एक पहाड़ी की चोटी पर एक छोटे से 10×10 फीट के कमरे में एक कांच के बक्से के अंदर रखा गया है। गुए गांव में भारतीय सेना की मौजूदगी है, लेकिन आज गांव में जाना और ममी को देखना बहुत आसान है। गुए गांव काजा और नाको झील से क्रमशः 82 किलोमीटर और 47 किलोमीटर दूर है।
कौरिक गांव के बारे में जानिए
कौरिक तिब्बत की सीमा के पास स्थित एक गांव है। हिमाचल के लोग कौरिक को एक रहस्यमयी जगह बताते हैं, जो लगभग 25-28 साल पहले आकस्मिक बाढ़ के कारण वीरान हो गई थी। आपको बता दें कि किन्नौर के अलावा स्पीति घाटी की सीमा भी चीन से लगती है, लेकिन लद्दाख की तुलना में हिमाचल में सीमा क्षेत्र अधिक ऊबड़-खाबड़ इलाके और खड़ी पर्वत श्रृंखलाओं से चिह्नित है। हिमाचल की सबसे ऊंची पर्वत चोटियां जैसे रेओ पुर्ग्यिल (समुद्र तल से 6,816 मीटर ऊपर) और ग्या (6,794 मीटर) यहां सीमा की रक्षा करती हैं, और शिपकी ला और कौरिक जैसे केवल कुछ बिंदु के जरिए ही इन बर्फ से ढकी श्रेणियों तक पहुंचा जा सकता है। सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, 1962 में युद्ध के दौरान भी हिमाचल-चीन सीमा पर दोनों देशों के बीच किसी भी हिंसक सैन्य मुठभेड़ का कोई इतिहास नहीं है। हालांकि, उस युद्ध के दौरान कौरिक में कुछ तनाव था लेकिन यह बढ़ा नहीं।
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Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 17 April 2024 at 23:23 IST