अपडेटेड 6 May 2025 at 09:22 IST
Jammu Kashmir: पुंछ में पटाखों का भंडारण, बिक्री और उपयोग पूरी तरह बैन, जिला प्रशासन ने इस खतरे को देखते हुए लिया फैसला
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हालात तनावपूर्ण हैं। इस बीच जिला प्रशासन ने पुंछ में पटाखों का भंडारण, बिक्री और उपयोग पूरी तरह बैन कर दिया।
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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद घाटी में प्रशासन अलर्ट मोड में है। किसी भी तरह की घटना से निपटने की पूरी तैयारी है। इस बीच पुंछ जिला प्रशासन के एक और बड़ा फैसला लिया है। अब पुंछ में पटाखों का भंडारण, बिक्री और उपयोग पूरी तरह बैन कर दिया गया है। जिला प्रशासन का यह आदेश तुरंत प्रभावी हो गया है। आदेश का पालन नहीं करने पर कड़ी कार्रवाई की बात कही गई है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हालात तनावपूर्ण हैं। सीमा पर PAK सेना की ओर से लागातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है। घाटी रोज गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज रही है। मौजूदा सुरक्षा हालत के मद्देनजर पुंछ के जिला मजिस्ट्रेट ने पूरे जिले में पटाखों के भंडारण, बिक्री और उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।
इस वजह से पटाखों पर लगा बैन
यह निर्णय पुंछ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की एक रिपोर्ट के बाद आया है जिसमें कहा गया था कि देर रात होने वाले विवाह समारोह के दौरान अक्सर पटाखों का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे सुरक्षाबलों और आम जनता के बीच भ्रम की स्थिति पैदा होती है। खासकर उन संवेदनशील इलाकों में जहां सेना और पुलिस के जवान तैनात होते हैं। इसे देखते हुए यह फैसला लिया गया है। यह आदेश तुरंत प्रभावी हो गया है और निर्देश का उल्लंघन करने पर भारतीय न्याय संहिता, 2023 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
पुंछ में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी
बता दें कि सोमवार को भी जम्मू-कश्मीर के पुंछ में जिले के सुरनकोट में सुरक्षाबलों ने एक बड़े आतंकी ठिकाने का भंडाफोड़ किया था। सुरक्षाबलों ने 5 IED बरामद किए थे। भारतीय सेना के JKP SOG और रोमियो CIF द्वारा ऑपरेशन घाटी में ऑपरेशन चलाया जा रहा है। संयुक्त तलाशी अभियान में ठिकाने से पांच आईईडी, वायरलेस सेट और कुछ कपड़े बरामद किए गए। इससे पहले रविवार को कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक वीके बिरदी ने पीसीआर कश्मीर में एक संयुक्त सुरक्षा समीक्षा बैठक की थी। जिसमें पुलिस, सेना, खुफिया एजेंसियों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) सहित कई सुरक्षा बलों के अधिकारियों ने भाग लिया।
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Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 6 May 2025 at 09:22 IST