अपडेटेड 6 May 2025 at 07:52 IST

मॉक ड्रिल से पहले आज गृह मंत्रालय ने बुलाई बड़ी बैठक, 7 मई को 244 जिलों में बजेगा जंग जैसा सायरन; 54 साल बाद होगा ऐसा

मॉक ड्रिल के जरिए आम जनता को हवाई हमलों से बचाव के लिए तैयार किया जाएगा। इससे पहले साल 1971 में मॉक ड्रिल आयोजित की गई थी। अब 54 साल बाद फिर ऐसा होने जा रहा है।

Follow : Google News Icon  
home ministry meeting before mock drill
home ministry meeting before mock drill | Image: X

India-Pakistan Tension: पाकिस्तान के साथ बिगड़ते हालातों के बीच सरकार ने देश के नागरिकों को युद्ध जैसे हालातों के लिए तैयार कर रहा है। बुधवार, 7 मई को 54 साल के बाद देशभर के अलग-अलग राज्यों में मॉक ड्रिल कराई जाएगी। गृह मंत्रालय ने कई राज्यों को मॉक ड्रिल को लेकर निर्देश जारी कर दिए हैं। इस बीच मॉक ड्रिल से पहले गृह मंत्रालय की एक बड़ी बैठक भी होने जा रही है।

मॉक ड्रिल के जरिए आम जनता को हवाई हमलों से बचाव के लिए तैयार किया जाएगा। इससे पहले साल 1971 में मॉक ड्रिल आयोजित की गई थी। अब 54 साल बाद फिर ऐसा होने जा रहा है।

गृह सचिव ने बुलाई अहम बैठक

7 मई को देश के कई राज्यों में होने वाली बैठक से पहले आज (6 मई) गृह मंत्रालय ने अहम बैठक बुलाई है। गृह सचिव ने मंगलवार को सुबह 10:45 बजे सिविल डिफेंस को लेकर बैठक बुलाई। मीटिंग में देशभर के मुख्य सचिव और सिविल डिफेंस के प्रमुख इस बैठक में हिस्सा लेंगे। देश के 244 जिलों में सिविल डिफेंस को लेकर तैयारियां की जा रही हैं।

मॉक ड्रिल में इन 5 बातों पर दिया जाएगा जोर

इससे पहले बीते दिन ही गृह मंत्रालय ने राज्यों को मॉक ड्रिल करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। मंत्रालय ने निर्देश में कहा कि 7 मई को प्रभावी तरीके से नागरिक सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाए। ऐसा इसलिए किया जा रहा है जिससे किसी भी आपात स्थिति में नागरिक अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।

Advertisement

- हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाना
- हमले की स्थिति में खुद को बचाने के लिए नागरिक सुरक्षा पहलुओं पर नागरिकों, छात्रों को ट्रेनिंग देना। 
- दुश्मन के हमला करने पर ब्लैक आउट करना
- महत्वपूर्ण संयंत्रों/प्रतिष्ठानों को समय से पहले छिपाने के उपाय
- हमला होने की स्थिति में जल्द से जल्द जगह खाली करने का अभ्यास किया जाएगा।

54 साल पहले हुई थी मॉक ड्रिल

इससे पहले इस तरह की मॉक ड्रिल भारत और पाकिस्तान के बीच साल 1971 में हुए युद्ध के दौरान हुई थी। अब पहलगाम आतंकी हमले के बाद बिगड़े हालातों के बीच एक बार फिर ऐसा अभ्यास कराया जा रहा है।

Advertisement

यह भी पढ़ें: 'किसी भी पल हो सकता है हमला...', डर के मारे भागे फिर रहे पाक के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, दिल्ली में बैठक से बढ़ गई बेचैनी

Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 6 May 2025 at 07:52 IST