अपडेटेड 6 April 2025 at 23:57 IST

'कुछ लोगों को रोते रहने की आदत...', PM मोदी ने इशारों-इशारों में MK स्टालिन पर साधा निशाना

रामेश्वरम में एक सार्वजनकि जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बिना नाम लिए एमके स्टालिन पर हमला बोला।

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PM Modi MK Stalin
PM Modi MK Stalin | Image: pti/x

PM Modi Attacked on Stalin: तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन और केंद्र सरकार के बीच ट्राय लैंग्वेज और नई शिक्षा नीति को लेकर विवाद चल रहा है। इस बीच रविवार (6 मार्च) को प्रधानमंत्री तमिलनाडु पहुंचे। यहां उन्होंने एक विशाल रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने डीएमके सरकार और मुख्यमंत्री स्टालिन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की हमेशा रोने की आदत होती है।

दरअसल, सीएम स्टालिन ने केंद्र पर तमिलनाडु को धोखा देने का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि केंद्र राज्य के विकास को स्वीकार नहीं कर पा रहा है।

कुछ लोगों को रोते रहने की आदत- PM

रामेश्वरम में एक सार्वजनकि जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बिना नाम लिए एमके स्टालिन पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि 'विकसित भारत के सफर में तमिलनाडु की बड़ी भूमिका है। मैं मानता हूं कि तमिलनाडु का समार्थ्य जितना बढ़ेगा, भारत की ग्रोथ उतनी ही तेजी से होगी। बीते दशक में तमिलनाडु के विकास के लिए 2014 की तुलना में तीन गुना ज्यादा पैसा केंद्र सरकार की ओर से दिया गया है। इसके बावजूद भी कुछ लोगों को बिना कारण रोते रहने की आदत है, वो रोते रहते हैं।'

उन्होंने आगे कहा कि '2014 से पहले रेल प्रोजेक्ट के लिए हर साल सिर्फ 900 ​करोड़ रुपये ही मिलते थे। इस साल तमिलनाडु का रेल बजट 6,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है और भारत सरकार यहां के 77 रेलवे स्टेशन को मॉडर्न भी बना रही है। इसमें रामेश्वरम का रेलवे स्टेशन भी शामिल है।'

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भाषा विवाद के बीच स्टालिन पर कसा तंज

प्रधानमंत्री मोदी ने तमिलनाडु में चल रहे भाषा विवाद के बीच राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की आलोचना करते हुए कहा कि वो इस बात से हैरान हैं कि तमिलनाडु के मंत्रियों से उन्हें मिलने वाले किसी भी पत्र पर तमिल भाषा में हस्ताक्षर नहीं हैं। नए पंबम पुल का उद्घाटन करने के बाद रामेश्वरम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘सरकार ये सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रही है कि तमिल भाषा और तमिल विरासत दुनिया के हर कोने तक पहुंचे। कभी-कभी मुझे आश्चर्य होता है जब मुझे तमिलनाडु के कुछ नेताओं से पत्र मिलते हैं, उनमें से किसी पर भी तमिल भाषा में हस्ताक्षर नहीं होते हैं। यदि आपको तमिल पर गर्व है तो मैं सभी से अनुरोध करूंगा कि कम से कम अपने नाम पर तमिल में हस्ताक्षर करें।’

पीएम मोदी का स्टालिन को सुझाव

पीएम मोदी की ये टिप्पणी ऐसे समय में आई जब एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 में प्रस्तावित तीन-भाषा फॉर्मूले को लेकर बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से भिड़ गई है। स्टालिन ने तर्क दिया कि नीति क्षेत्रीय भाषाओं पर हिंदी को प्राथमिकता देती है, जिससे राज्य की स्वायत्तता और भाषाई विविधता कमजोर होती है। आज यहां रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके सरकार से तमिल भाषा में मेडिकल कोर्स शुरू करने का भी आग्रह किया ताकि गरीब परिवारों के बच्चे भी डॉक्टर बनने का अपना सपना पूरा कर सकें।

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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'मैं तमिलनाडु सरकार से आग्रह करूंगा कि वो तमिल भाषा में मेडिकल कोर्स शुरू करे ताकि गरीब परिवारों के बच्चे भी डॉक्टर बनने का सपना पूरा कर सकें। हमारा प्रयास ये सुनिश्चित करना है कि हमारे देश के युवाओं को डॉक्टर बनने के लिए विदेश न जाना पड़े। पिछले 10 सालों में तमिलनाडु को 11 नए मेडिकल कॉलेज मिले हैं।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तमिलनाडु के लोगों की सुरक्षा और कल्याण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और समर्पित प्रयासों के माध्यम से पिछले दशक में 3700 से अधिक मछुआरों को श्रीलंका से सफलतापूर्वक वापस लाया गया है।

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Published By : Priyanka Yadav

पब्लिश्ड 6 April 2025 at 23:57 IST