अपडेटेड 19 August 2025 at 11:11 IST
भारतीय एस्ट्रोनॉट के बारे में क्या सोचते हैं विदेशी, स्पेस स्टेशन में कैसी होती है जिदंगी...PM मोदी संग शुभांशु शुक्ला ने शेयर किया अनुभव
एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला के साथ पीएम मोदी की बातचीत का वीडियो जारी हुआ है। इस मुलाकात के दौरान एक सवाल के जवाब में शुभांशु ने बताया कि अंतरिक्ष स्टेशन पर खाना एक बड़ी चुनौती होती है।
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भारत के अंतरिक्ष यात्री और वायुसेना के पायलट ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। यह मुलाकात पीएम आवास पर हुईं। अब एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला के साथ पीएम मोदी की बातचीत का वीडियो जारी हुआ है। इस मुलाकात में प्रधानमंत्री ने शुभांशु से अंतरिक्ष में उनके अनुभव के बारे में बातचीत की है। पीएम ने बातचीत के दौरान शुभांशु से पूछा कि स्पेश स्टेशन में खाना बनाना कितना मुश्किल होता है? आइए जानते हैं इसके जबाव में एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला ने क्या कहा।
एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला NASA के एक्सिओम-4 (Axiom4 Mission) मिशन के पायलट थे, जिसने 25 जून को अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित NASA के कैनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरी थी। वह 15 जुलाई को पृथ्वी पर वापस लौटे थे। उन्होंने International Space Station (ISS) पर 18 दिनों तक रहकर कई तरह के रिसर्च किए थे और 15 जुलाई को वापस धरती पर सकुशल लौटे आए थे। शुभांशु ISS जाने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री हैं। अब उन्होंने अंतरिक्ष की यात्रा के दौरान जो महसूस किया उन अनुभवों को पीएम मोदी के साथ साझा किया है।
अंतरिक्ष स्टेशन पर खाना एक बड़ी चुनौती-शुभांशु
प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत के दौरान ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने बताया कि स्पेश स्टेशन पर फूड को मैनेज करना कितना मुश्किल होता है। उन्होंने कहा, अंतरिक्ष स्टेशन पर खाना एक बड़ी चुनौती है, जगह कम होती है और सामान महंगा होता है। आप हमेशा कम से कम जगह में ज्यादा से ज्यादा कैलोरी और पोषक तत्व पैक करने की कोशिश करते हैं, और हर तरह से प्रयोग चल रहे हैं।
अंतरिक्ष में किसी चीज को उगाना आसान है-शुभांशु
शुभांशु ने बताया कि अंतरिक्ष में किसी चीज को उगाना आसान है। छोटे से बर्तन में पानी लेकर बीज छोड़ दीजिए और 8 दिन बाद ही वो अंकुरित होना शुरू हो जाता है। फिर पीएम मोदी ने शुभांशु से सवाल किया कि पहली बार कोई भारतीय ISS पर पहुंचा था, तो भारतीय को देखकर उनके मन में क्या रहता है, क्या पूछते हैं? इसके जवाब में शुभांशु ने कहा कि मैंने जो महसूस किया वो बहुत अच्छा था।
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गगनयान मिशन को लेकर सभी अंतरिक्ष यात्री उत्साहित
शुभांशु ने आगे बताया कि मैं जहां भी गया, जिससे भी मिला, सभी मुझसे मिलकर बहुत खुश हुए, बहुत उत्साहित हुए। सबसे बड़ी बात यह थी कि सभी को पता था कि भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में क्या-क्या कर रहा है। सभी को इस बारे में पता था और कई लोग ऐसे भी थे जो मुझसे भी ज्यादा हमारे गगनयान को लेकर उत्साहित थे, जो मेरे पास आकर पूछ रहे थे कि आपका मिशन कब शुरू हो रहा है और इसकी लॉन्चिंग के लिए हमें भी न्योता देना।
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Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 19 August 2025 at 11:11 IST