अपडेटेड 20 February 2024 at 16:18 IST

रिपब्लिक रिपोर्टर की गिरफ्तारी पर मीडिया संस्थान चुप ना रहे, अगला नंबर उनका होगा- स्मृति ईरानी

रिपब्लिक के रिपोर्टर की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब रिपब्लिक को निशाना बनाया गया हो।

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Sandeshkhali Violence: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली हिंसा को लेकर रिपब्लिक के रिपोर्टर ने सच दिखाने की कोशिश की तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना के बाद से ममता सरकार की चौतरफा आलोचना हो रही है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जमकर आलोचना की और कहा कि वो गुंडों का बचाव कर रहीं हैं।

रिपब्लिक के रिपोर्टर की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब रिपब्लिक को निशाना बनाया गया हो। रिपब्लिक के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को भी इसी तरह निशाना बनाया गया था। इस मुद्दे को सभी को आगे आकर उठाना चाहिए। स्मृति ईरानी ने कहा दूसरे मीडिया संस्थान को भी चुप नहीं रहना चाहिए। अगला नंबर उनका भी हो सकता है। बंगाल की मुख्यमंत्री गुंडों का बचाव कर रहीं हैं। 

रिपब्लिक के रिपोर्टर की गिरफ्तारी को पर भड़कींं स्मृति ईरानी

स्मृति ईरानी ने ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि ममता एक रेपिस्ट को बचाने की कोशिश कर रही है। पुलिस अब तक शाहजहां शेख को क्यों गिरफ्तार नहीं कर पाई है। मीडिया ज्यूडिशियरी का चौथा स्तंभ है। उनका काम होता है गलत के खिलाफ आवाज उठाना। ममता के खिलाफ उठी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा आज जो  रिपब्लिक के रिपोर्टर के साथ हुआ है कल किसी और मीडिया संस्थान के पत्रकार के साथ भी हो सकता है। इस मुद्दे पर सभी मीडिया संस्थान को एक जुट होना चाहिए। 

रिपोर्टर की गिरफ्तारी के खिलाफ ब्लैक डे प्रोटेस्ट 

BJP नेता सुवेंदु अधिकारी ने भी रिपब्लिक मीडिया के रिपोर्टर की गिरफ्तारी की निंदा की। इसके खिलाफ उन्होंने ब्लैक डे प्रोटेस्ट भी किया। सुवेंदु अधिकारी ने कहा"पूरा पुलिस फोर्स राजीव कुमार के अंडर में है। CRPC IPC के अंदर पुलिस काम नहीं कर रही है। बंगाल की जनता टीएमसी के साथ नहीं है। इसलिए ममता दीदी ऐसा कर रही है। एक नेशनल चैनल के पत्रकार को अरेस्ट कर लिया गया। इसलिए हम सभी विधायक एक काला रिबन लेकर ब्लैक डे प्रोटेस्ट कर रहे हैं। 

सुवेंदु अधिकारी ने आगे कहा, मीडिया ज्यूडिशियरी का चौथा स्तंभ है। जिस तरीके के एय युवा पक्षत्रकार को काम करते हुए अरेस्ट किया गया, कल रात को उन्हें खाना नहीं दिया गया। उनका कसूर क्या है? उन्होंने ईडी को लेकर बस भतीजे से सवाल पूछा था। किसी में हिम्मत नहीं था ममता सरकार से सवाल करने का। रिपब्लिक के पत्रकार ने ये हिम्मत दिखाई तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसे फिजिकली और मेंटली टॉर्चर भी किया जा रहा है।"

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 20 February 2024 at 14:12 IST