अपडेटेड 30 November 2024 at 14:07 IST
'संभल की घटना समाजवादी पार्टी के संरक्षित अपराधियों की देन', अखिलेश यादव को ब्रजेश पाठक ने दिया जवाब
खिलेश यादव को जवाब देते हुए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक कहते हैं कि समाजवादी पार्टी के प्रमुख को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
- भारत
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Uttar Pradesh News: संभल की घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के नेता आमने-सामने हैं। अखिलेश यादव लगातार सरकार को घेर रहे हैं। शनिवार को भी अखिलेश ने सपा के प्रतिनिधिमंडल को संभल जाने पर रोकने पर हमला बोला तो भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने पलटवार किया है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक कहते हैं कि संभल की घटना समाजवादी पार्टी के संरक्षित अपराधियों की देन है।
अखिलेश यादव को जवाब देते हुए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक कहते हैं- 'समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। संभल की घटना समाजवादी पार्टी के संरक्षित अपराधियों की देन है। जो संभल के अपराधी हैं, वो सब समाजवादी हैं। अखिलेश यादव को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।'
सपा नेताओं को रोकने पर अखिलेश भड़के
सपा के डेलिगेशन को संभल जाने से रोकने पर अखिलेश यादव भड़के हैं और कहते हैं- 'प्रतिबंध लगाना बीजेपी सरकार के शासन, प्रशासन और सरकारी प्रबंधन की नाकामी है। ऐसा प्रतिबंध अगर सरकार उन पर पहले ही लगा देती, जिन्होंने दंगा-फसाद करवाने का सपना देखा और उन्मादी नारे लगवाए तो संभल में सौहार्द-शांति का वातावरण नहीं बिगड़ता।'
अखिलेश यादव कहते हैं- 'बीजेपी जैसे पूरी की पूरी कैबिनेट एक साथ बदल देते हैं, वैसे ही संभल में ऊपर से लेकर नीचे तक का पूरा प्रशासनिक मंडल निलंबित करके उन पर साजिशन लापरवाही का आरोप लगाते हुए, सच्ची कार्रवाई करके बर्खास्त भी करना चाहिए। किसी की जान लेने का मुकदमा भी चलना चाहिए। बीजेपी हार चुकी है।'
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संभल जाने पर आमादा हैं सपा नेता
सपा का एक डेलिगेशन संभल जाने की कोशिश में है, लेकिन प्रशासन ने जगह-जगह पार्टी के नेताओं को रोक रखा है। लखनऊ में सपा के प्रदेशाध्यक्ष श्याम लाल पाल को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया। सपा नेता माता प्रसाद पांडेय के घर पर पुलिस का पहरा है, ताकि वो संभल ना जा सकें। मुरादाबाद सांसद रुचि वीर को भी उनके घर में हाउस अरेस्ट किया गया है।
संभल जाने के लिए निकले मुजफरनगर सांसद हरेंद्र मलिक को गाजियाबाद में गाजीपुर बॉर्डर पर ही पुलिस ने रोक लिया। हरेंद्र मलिक ने कहा कि मेंबर ऑफ पार्लियामेंट को इंतजार करना पड़ेगा कि कब गाजियाबाद पुलिस के एसीपी मौके पर पहुंचेंगे, क्योंकि पुलिसकर्मियों की तरफ से उन्हें रोका गया है और कहा गया है कि एसीपी के आने के बाद ही ये क्लियर हो पाएगा कि वो आगे जाएंगे या नहीं। संभल से सांसद जिया उर रहमान को भी दिल्ली से अपने संसदीय क्षेत्र के लिए जाने नहीं दिया गया है। बरेली में कुछ कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है, जो संभल जाने की तैयारी में थे।
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Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 30 November 2024 at 14:07 IST