अपडेटेड 4 July 2025 at 21:12 IST
Kanwar yatra 2025 controversy : सावन के पवित्र महीने में कांवड़ यात्रा का विशेष महत्व है। बहुत जल्द हरिद्वार कांवड़ रूट पर यात्रा की शुरुआत होने जा रही है। प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू करदी है, लेकिन नाम और पहचान बदलकर कांवड़ यात्रियों को धोखा देने वाले दुकानदारों के खिलाफ आक्रोश चरम पर है। हिंदु संगठन लगातार ढाबे पर असली नाम लिखने की अपील कर रहे हैं, लेकिन मुस्लिम दुकानदार ऐसा नहीं कर रहे हैं।
विवादों में घिरा मुजफ्फरनगर का पंडित जी ढाबा अब बंद हो गया है। मुस्लिम सनव्वर हिंदू पहचान से कावंड रूट पर ढाबा चला रहा था, हिंदू संगठनों ने इस ढाबे को एक्सपोज किया था। होटल के मालिक ने होटल के स्टाफ को बदलकर पूरा स्टाफ हिंदू रख लिया और होटल में लगा बारकोड को भी बदल दिया था। इसके बाद भी होटल पर ग्राहक नहीं आने के चलते नए मैनेजर सुनील शर्मा को इसे बंद करना पड़ा।
पंडित जी ढाबे के बाद अब हरिद्वार कांवड़ रूट पर एक और दुकान के नाम लेकर विवाद खड़ा हो गया है। रिपब्लिक भारत के रियलिटी चेक में हरिद्वार के नारसन स्थित 'गुप्ता चाट भंडार' के QR कोड स्कैनर पर 'गुलफाम' नाम सामने आया। उत्तराखंड-यूपी बॉर्डर पर मौजूद इस चाट भंडार का नाम तो गुप्ता चाट भंडार है, लेकिन QR कोड स्कैन करते ही सामने आता है गुलफाम नाम। रिपब्लिक भारत की टीम ने मौके पर पहुंचकर जब इस दुकान पर रियलिटी चेक किया, गुलफाम ने कैमरे पर ही अपनी गलती मान ली।
नाम भले ही नाम ‘गुप्ता चाट भंडार’ रखा गया हो, लेकिन डिजिटल पेमेंट से साफ हो गया कि दुकान की असली कमान किसके हाथ में है। ढाबे पर बैठे दूसरे शक्स ने अपना नाम अशोक बताया है। रिपब्लिक भारत के कैमरे पर संचालक खुद इस गलती को मानने पर मजबूर हुआ। उसने कहा-
"हां, ये गलती हुई है, जल्द ही नाम सही कराया जाएगा।"
इस मामले पर एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल ने कहा कि गुप्ता चाट परिसर में जिस दुकान पर ‘गुप्ता टी स्टॉल’ का बोर्ड लगा था, उसका संचालन गुलफाम कर रहा था। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए गुप्ता चाट भंडार के संचालक अशोक और गुलफाम दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। एसपी देहात ने साफ किया है कि यह केवल नाम का नहीं, पहचान और मंशा का मामला है।
कांवड़ यात्रा रूट में नाम बदलकर ढाबा चलाने वालों के खिलाफ गाजियाबाद में भी हिंदू संगठनों के लोग भगवा झंडा लेकर इकट्ठे हुए और उन्होंने गैर हिंदू ढाबा मालिकों के ढाबों की जांच की। हिंदू संगठनों का आरोप है कि यहां भी पहचान छिपाकर कई लोग अपनी दुकान चला रहे हैं। लोगों का आरोप है कि गाजियाबाद में कई ऐसे दुकानदार हैं, जो नाम और पहचान बदलकर अपनी दुकान चलाते हैं और कांवड़ियों के साथ धोखा करते हैं।
हालांकि, गाजियाबाद में फिलहाल बवाल ज्यादा नहीं भड़का है, लेकिन मुजफ्फरनगर में पंडित जी ढाबा बंद होने के बाद, तनाव बढ़ गया है। जिसे देखते हुए पुलिस ने कमर कस ली है, खासकर कांवड़ यात्रा और मोहर्रम सामने होने के चलते मुजफ्फरनगर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और पुलिसकर्मी वहां फ्लैग मार्च कर रहे हैं। उत्तराखंड पुलिस भी हालात पर नजर बनाए हुए है।
पब्लिश्ड 4 July 2025 at 18:03 IST