अपडेटेड 13 June 2024 at 17:40 IST
Reasi Attack: भक्तों से भरी बस पर आतंकी हमले को लेकर बड़ा अपडेट, 50 संदिग्धों को किया गिरफ्तारी
Reasi Attack: भक्तों से भरी बस पर आतंकी हमले को लेकर 50 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
- भारत
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Reasi Attack: जिला पुलिस रियासी ने PS पौनी के कांडा इलाके में तीर्थयात्रियों की बस पर हुए आतंकवादी हमले के सिलसिले में 50 लोगों को हिरासत में लिया है। 9 जून को हुई इस घटना में कई लोग हताहत हुए और पूरा देश सदमे और शोक में डूब गया।
अहम सुरागों का खुलासा
कांडा क्षेत्र पुलिस स्टेशन, पौनी में पुलिस के नेतृत्व में गहन जांच के बाद संदिग्धों हिरासत में लिया गया। महत्वपूर्ण सुरागों का खुलासा किया गया है, जिससे उन लोगों की पहचान करने और पकड़ने में मदद मिलेगी जो संभावित रूप से हमले की साजिश में शामिल हो सकते हैं।
व्यापक जांच सुनिश्चित करने के लिए,अरनास और माहोर के दूर-दराज के इलाकों को शामिल करने के लिए सर्च अभियान का विस्तार किया गया है। इन ऑपरेशनों का उद्देश्य आगे के सबूतों को उजागर करना और उन आतंकवादियों को पकड़ना है जो इन दूरदराज के क्षेत्रों में छिपे हो सकते हैं।
कानून प्रवर्तन एजेंसियां अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने और क्षेत्र के सभी निवासियों और आगंतुकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। SSP रियासी मोहिता शर्मा ने जनता से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत अधिकारियों को रिपोर्ट करने का आग्रह किया है।
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चार दिन, चार आतंकी घटनाएं
- 9 जून- शिव खोड़ी आतंकी हमला- 2 लश्कर आतंकवादियों के हमले में 9 तीर्थयात्रियों की मौत, 43 घायल
- 11 जून- कठुआ में आतंकी हमला मुठभेड़ में बदला- 1 सीआरपीएफ जवान शहीद; 1 नागरिक घायल और 2 आतंकवादी मारे गए
- 11 जून- डोडा के चत्तरगल्ला इलाके में आतंकवादियों ने भारतीय सेना के अस्थायी ऑपरेशनल बेस (टीओबी) पर हमला किया; सेना के 6 जवान और 1 पुलिसकर्मी घायल
- 12 जून- डोडा के गंधोह के कोटा टॉप इलाके में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़; 1 पुलिस कांस्टेबल घायल
आपको बता दें कि इसको लेकर MIB ने टीवी चैनलों के लिए एडवाइजरी जारी की है। MIB ने अपनी एडवाइजरी में कहा- 'सभी टीवी चैनलों को सलाह दी जाती है कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा के हित के साथ-साथ निर्दोष लोगों की जान की सुरक्षा के लिए जम्मू के कठुआ और डोडा जिलों में चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियानों की कवरेज से बचें। इस तरह की कार्रवाई समाप्त होने तक मीडिया कवरेज को नामित अधिकारियों द्वारा आवधिक ब्रीफिंग तक सीमित रखा जा सकता है। एमआईबी से एक विस्तृत सलाह का पालन किया जाए।'
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Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 13 June 2024 at 17:40 IST