Published 12:31 IST, October 7th 2024
BIG BREAKING: रतन टाटा अस्पताल में भर्ती, इमरजेंसी में लाया गया ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल; हालत नाजुक
टाटा संस के पूर्व चेयरमैन, जाने-माने समाजसेवी और देश के दिग्गज बिजनेसमैन रतन नवल टाटा को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
Ratan Tata Hospitalised: टाटा संस के पूर्व चेयरमैन, जाने-माने समाजसेवी और देश के दिग्गज बिजनेसमैन रतन नवल टाटा (Ratan Tata) को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सोमवार तड़के उन्हें इमरजेंसी में अस्पताल लाया गया। सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक उनकी हालत नाजुक है और वो आईसीयू में एडमिट हैं।
जानकारी के मुताबिक रतन टाटा को गंभीर हालत में रात देर रात करीब 2:00 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका ब्लड प्रेशर बहुत कम हो गया था और उन्हें तुरंत आईसीयू में ले जाया गया, जहां जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. शारुख अस्पी गोलवाला की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है। हालांकि अस्पताल की तरफ से उनके हेल्थ पर कोई अपडेट नहीं आया है।
रतन टाटा के बारे में जानिए
28 दिसंबर 1937 को तत्कालीन बॉम्बे जो अब मुंबई के नाम से जाना जाता है। वहां रतन टाटा का जन्म हुआ। वह टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा के परपोते हैं। वे 1990 से 2012 तक समूह के अध्यक्ष थे और अक्टूबर 2016 से फरवरी 2017 तक अंतरिम अध्यक्ष थे। रतन टाटा समूह के धर्मार्थ ट्रस्टों के प्रमुख बने हुए हैं।
टाटा की असल कहानी 1962 में शुरू हुई जब वे टाटा समूह में शामिल हुए। उन्होंने 1990 में समूह के अध्यक्ष बनने से पहले कई कार्य किए और धीरे-धीरे बिजनेस की सीढ़ी चढ़ते गए। उनके कार्यकाल में टाटा समूह ने घरेलू और विदेश दोनों ही स्तरों पर पर्याप्त वृद्धि और विस्तार का अनुभव किया। टाटा की दूरदर्शिता और रणनीतिक सोच ने कंपनी को टेलीकॉम, रिटेल और ऑटो जैसे नए उद्योगों में विस्तार करने की अनुमति दी।
सरकार ने किया सम्मानित
टाटा की सबसे खास उपलब्धियों में से एक 2008 में जगुआर लैंड रोवर का अधिग्रहण था, जो टाटा समूह के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण था। परोपकार और कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति उनके समर्पण ने उन्हें भारत के दो सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों पद्म भूषण और पद्म विभूषण सहित अनगिनत सम्मान दिलाए हैं।
Updated 12:48 IST, October 7th 2024