अपडेटेड 16 February 2025 at 13:46 IST

CM भजनलाल शर्मा की जल क्रांति! 3.25 करोड़ लोगों को मिलेगा पानी, राम जल सेतु से खत्म होगा जल संकट

राम जल सेतु परियोजना केवल एक जल आपूर्ति योजना नहीं, बल्कि राज्य की प्रगति का प्रतीक है। CM भजनलाल की ऐतिहासिक पहल से राजस्थान को जल संकट से स्थायी राहत मिलेगी।

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CM Bhajanlal Sharma
CM Bhajanlal Sharma | Image: PTI

Rajasthan News: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान के जल संकट को समाप्त करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। राम जल सेतु परियोजना राज्य के 3.25 करोड़ लोगों को पानी की स्थायी आपूर्ति सुनिश्चित करेगी और राजस्थान को जल संकट से मुक्त करने में अहम भूमिका निभाएगी।

रेगिस्तान में जल संकट का समाधान

राजस्थान लंबे समय से पानी की कमी से जूझता रहा है, जिससे न केवल आम जनजीवन प्रभावित होता है बल्कि कृषि, पशुपालन और उद्योगों पर भी असर पड़ता है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस गंभीर समस्या को प्राथमिकता दी और राम जल सेतु परियोजना को तेजी से लागू करने का संकल्प लिया। इस योजना के तहत राज्य को 4102 एमसीएम (मिलियन क्यूबिक मीटर) पानी मिलेगा, जिससे जल आपूर्ति की स्थिति में क्रांतिकारी बदलाव आएगा।

CM भजनलाल शर्मा की प्रतिबद्धता

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा, "राजस्थान की जनता को जल संकट से मुक्ति दिलाना हमारी प्राथमिकता है। यह परियोजना सिर्फ पानी की आपूर्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह राज्य के विकास का आधार भी बनेगी।" उनकी सरकार जल संरक्षण और जल प्रबंधन को लेकर गंभीर है और यह परियोजना इस दिशा में एक मजबूत कदम है।

राम जल सेतु परियोजना के लाभ

  • 3.25 करोड़ लोगों को राहत: जल संकट से परेशान लाखों परिवारों को स्वच्छ पेयजल मिलेगा।
  • कृषि और पशुपालन को बढ़ावा: पर्याप्त जल उपलब्धता से किसानों और पशुपालकों को सीधा लाभ होगा।
  • गांवों और शहरों में जल आपूर्ति में सुधार: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
  • जल संरक्षण को बढ़ावा: भविष्य के जल संकट से निपटने के लिए यह परियोजना स्थायी समाधान देगी।

बैराज, बांध और जलाशयों का निर्माण

परियोजना के तहत जल संरक्षण और जल आपूर्ति को मजबूत करने के लिए राजस्थान में कई बैराज, बांध और कृत्रिम जलाशय बनाए जाएंगे:

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बैराज: रामगढ़ (कूल नदी), महलपुर (पार्बती), नवनेरा (कालीसिंध), मेज (मेज) और नीमोद राठौड़ (बनास) पर नए बैराज बनाए जाएंगे।
कृत्रिम जलाशय: अजमेर और अलवर में कृत्रिम जलाशय विकसित होंगे।
बांध निर्माण: ईसरदा और डूंगरी में नए बांधों का निर्माण होगा।
बीसलपुर बांध: जल संग्रहण क्षमता 0.50 मीटर बढ़ाई जाएगी।

राजस्थान के लिए एक नया अध्याय

राम जल सेतु परियोजना केवल एक जल आपूर्ति योजना नहीं, बल्कि राज्य की प्रगति का प्रतीक है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की इस ऐतिहासिक पहल से राजस्थान को जल संकट से स्थायी राहत मिलेगी और राज्य के लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा।

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Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 16 February 2025 at 13:46 IST